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Tuesday, February 4, 2025

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शास्त्र वैज्ञानिक बने बबुरी के डा.दीपक जायसवाल

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Young Writer, बबुरी। कस्बे में रेडीमेड कपड़ो की दुकान चलाने वाले दुकानदार के सहायक प्राध्यापक बेटे ने अपनी काबिलियत के दम पर वैज्ञानिक पद पर चयनित होकर फिर से एक बार जिले का नाम रौशन किया है, जिससे लोगों में हर्ष व्याप्त है।
कस्बा निवासी रविन्द्र जायसवाल के पुत्र डा. दीपक कुमार जायसवाल बिहार राज्य के रांची में बीरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में 2018 से सहायक प्राध्यापक पद पर कार्यरत थे। उन्होंने कुछ दिन पहले भारत सरकार के कीटनाशक सूत्रीकरण प्रौद्योगिकी संस्थान के वैज्ञानिक पद के लिए परीक्षा दी थी। अपने लगन व मेहनत की बदौलत डा.दीपक जायसवाल ने यह परीक्षा उत्तीर्ण कर दिल्ली के गुरूग्राम स्थित कीटनाशक सूत्रीकरण प्रौद्योगिकी संस्थान मेें जीव शास्त्र के वैज्ञानिक के रूप मे चयनित हुए। 21 जनवरी को परीक्षा परिणाम आते ही परिजनों मे खुशी की लहर दौड़ गई। सफलता के बारे में पता चलने पर कस्बे के लोगो में हर्ष व्याप्त हो गया। लोगों ने उनके घर पहुंचकर बधाइयां दी। चार भाइयों व एक बहन में सबसे बड़े दीपक जायसवाल की प्रारंभिक शिक्षा बबुरी स्थित अशोक इंटर कॉलेज में हुई है। उन्होंने सन 2003 में हाई स्कूल प्रथम श्रेणी में पास किया था तथा सर्वाेच्च अंक पाने के कारण कालेज ने उन्हें गोल्ड मेडल दिया था। इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद उन्होंने उदय प्रताप स्वायत्तशासी कॉलेज से बीएससी एग्रीकल्चर तथा काशी हिंदू विश्वविद्यालय से एमएससी एग्रीकल्चर की शिक्षा ली। इसके पश्चात पीएचडी की उपाधि भी काशी हिंदू विश्वविद्यालय से ही प्राप्त की। डा. जायसवाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा प्यारे लाल जायसवाल को दिया। उन्होंने कहा कि दादा से हमेशा कुछ बड़ा करने की प्रेरणा मिलती रही है। उनकी प्रेरणा से ही मुझे हमेशा सफलता मिली है।

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