बहन की विदाई के साथ सीओ अनिरुद्ध ने पूरा किया वादा

सकलडीहा। पुलिस अपने काम और कारनामों को लेकर हमेशा चर्चा में बनी रहती है। ऐसे में कानून एवं शांति व्यवस्था संभालने वाली चंदौली पुलिस का सामाजिक दायित्वों के निर्वहन का एक अभूतपूर्व कार्य हर किसी के दिल को छू रहा है। पक्ष हो या फिर विपक्ष सभी लोग पुलिस के इस कार्य की खूब प्रसंशा कर रहे हैं और इसे एक उम्दा नजीर करार दिया गया है। शायद निकट भविष्य में दोबारा ऐसा दृश्य-परिदृश्य कब देखने को मिले कहा नहीं जा सकता। जी हां! बात हो रही है आवाजापुर निवासी शिखा यादव के अद्भुत शादी की, जो अब क्षेत्राधिकारी सकलडीहा अनिरुद्ध सिंह की मुंहबोली बहन भी है, जिनकी शादी में पूरा का पूरा पुलिस महकमा वधू पक्ष की ओर से खड़ा नजर आया और सारा ताम-झाम सीओ अनिरूद्ध सिंह की निगरानी और उनकी टीम के सहयोग से मुकम्मल हुआ। इस शादी में वर-वधू को एसपी अंकुर अग्रवाल का भी आशीर्वाद मिला और वे भी इस मांगलिक कार्यक्रम के साक्षी बने। बताते हैं कि पिछले दिनों धानापुर के आवाजापुर निवासी शिखा यादव की शादी तय थी. लेकिन दहेज की डिमांड के चलते उसका रिश्ता टूट गया। इसके चलते युवती का पूरा परिवार सदमे में चला गया। इस बीच समाजसेवी दुर्गेश सिंह ने सीओ सकलडीहा अनिरुद्ध सिंह से मदद की गुजारिश की। अनिरुद्ध सिंह ने शिखा यादव की शादी की जिम्मा उठाने का वादा किया। न सिर्फ वादा किया बल्कि उसे पूरे रश्मों रिवाज के साथ पूरा भी किया। इस दौरान हल्दी से लेकर अन्य सभी रश्मों को बखूबी निभाया। सीओ सकलडीहा के इस वादे की जानकारी जब सकलडीहा सर्किल के अधिनश्तों को हुई तो उन्होंने भी इसे सहर्ष स्वीकार करते हुए खुद को इस रिश्ते से जोड़ लिया और एक बहन की शादी को भव्य शादी बनाने में जुट गए। इस बीच भिक्षाटन कर गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए काम करने वाले दुर्गेश सिंह ने सौरभ यादव के रूप में सुयोग्य लड़के की तलाश भी पूरी कर ली। सौरभ और उसके परिजन बिना दहेज के शादी के लिए तैयार भी हो गए। जिसके बाद बैंड बाजे के साथ पहुँची बारात का पुलिस परिवार ने स्वागत कर विवाह को सम्पन्न कराया। साथ ही उनके नव दाम्पत्य जीवन के लिए शुभाशीष दिए। इस दौरान खाने पीने से लेकर शादी का पूरा अरेंजमेंट पुलिस की तरफ से किया। इस अनोखी शादी में वर वधु को आशीर्वाद देने गणमान्य अतिथियों के साथ पुलिस कप्तान अंकुर अग्रवाल भी पहुँचे।इस पूरे शादी समारोह की जिम्मेदारी उठा रहे डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि शिखा के परिवार वाले आर्थिक रूप से काफी अशक्त है जिसके चलते उसकी शादी भी टूट गई। आर्थिक तंगी के रिश्ता टूटने की बात ने उन्हें अंदर तक झकझोर के रख दिया और उसे अपनी बहन मानकर उसकी शादी का जिम्मा उठा लिया। जिसके बाद पुलिस विभाग के अन्य साथियों का भी साथ मिला. जिसके बाद शनिवार को पूरे धूमधाम से शिखा की शादी करवाई गई. जिसमें पुलिसकर्मी पूरी तरह से लड़की के भाई की भूमिका में रहे। उन्होंने इस शादी को नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी बताते हुए युवाओं से बिना दहेज की शादी करने की अपील की। इस अनोखी शादी में दूल्हा बने सौरभ काफी उत्साहित दिखे। उन्होंने अपनी इस शादी को सुखद पल करार देते हुए कहा कि पुलिस का प्रयास सराहनीय है। लोगों को दहेज रहित शादी के लिए आगे आना चहिए. ताकि लड़की को मां बाप बोझ न समझे। आर्थिक रूप से अशक्त लोग भी आराम से बेटियों की शादी कर सके। वहीं दुल्हन बनी शिखा ने पुलिस की इस पहल से भाव विभोर दिखी।