डीडीयू नगर। डीडीयू रेल मंडल में विभागीय पदोन्नति में पैसे के लेन देन का खुलासा और अधिकारियों और लोको पायलटों की गिरफ्तारी का मामला समाप्त नहीं हुआ है। इस बीच अब पटना सीबीआई ने मंडल के सोन नगर में छापा मारा। इस दौरान एक एसएसई सहित तीन तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर पटना ले गई। इस दौरान आरपीएफ और विजलेंस ने भी छापा मारकर एक ट्रक चोरी का सामान बरामद की है। रेल मंडल में सीबीआई की छापमारी से हड़कंप मच गया।
डीडीयू रेल मंडल के सोननगर में सीबीआई पटना, रेलवे विजिलेंस की टीम ने शुक्रवार को एक ट्रक में लदा साढे आठ टन रेलवे का सामाग्री जब्त कर एक सेक्शन इंजीनियर राजकुमार सिंह सहित तीन लोगों को पकड़ कर पटना ले गई। पटना सीबीआई को काफी दिनों से शिकायत मिल रहा था। रेल अधिकारियों की मिली भगत से करोड़ों रुपए के रेल सामग्री को चोरी कर बेचीं जा रही है। इसी सूचना पर डेहरी स्थित पथ निर्माण कार्यालय में सीनियर सेक्शन इंजीनियर को सीबीआई, रेलवे विजिलेंस व आरपीएफ ने रेलवे की संपत्ति को चोरी कर बेचने के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान सोन नगर स्टोर के पास एक ट्रक पर लदा रेल सामग्री को जप्त कर लिया। इस इस दौरान संविदा कर्मी विनोद कुमार जो इस धंधे में लिप्त था उसे भी पकड़ लिया गया। सीबीआई को जांच में पता चला कि विनोद कुमार के खाते में करोड़ों रुपए है। रेल सामग्री बेची जाने के बाद पैसा विनोद के ही खाते में रखा जाता था।
गिरफ्तार रेल अधिकारी राजकुमार सिंह वर्तमान में पूर्व मध्य रेल के डेहरी स्थित पथ निर्माण कार्यालय में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में तैनात है। इसी वर्ष जनवरी माह में पटना के दानापुर से तबादला होकर डेहरी सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में पदभार संभाला था। आरोप है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में राजकुमार सिंह द्वारा दानापुर से लेकर डेहरी तक करोड़ों रुपए के रेल संपत्ति की बिक्री कर दी। इसकी शिकायत सीबीआई की पटना टीम को दो माह पूर्व ही मिल गई थी।सीबीआई के हत्थे चढ़े सेक्शन इंजीनियर राजकुमार सिंह समेत अन्य तीन रेल कर्मियों ने सीबीआई की टीम को कई अहम जानकारी दी थी। इस सबंध में वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त जेथिन बी राज ने बताया कि सीबीआई की टीम ने स्थानीय आरपीएफ टीम से मदद मांगा था। डेहरी के आरपीएफ इंस्पेक्टर रामविलास राम ने कहा कि सीबीआई टीम और रेलवे विजलेंस की टीम आई थी। उनके मांगे गए सहयोग के आधार पर आरपीएफ की टीम द्वारा कार्रवाई में सहयोग किया गया है।