चंदौली। मुख्यालय स्थित सैम हॉस्पिटल में सोमवार को नर्सिंग की जननी फ्लोरेंस नाइटेंगल का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान वहा मौजूद नर्सेस स्टाफ ने फ्लोरेंस नाइटेंगल के जीवन चरित्र को आत्मसात कर उनके पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान सैम हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ गजनफर और इंद्रा आईवीएफ की प्रभारी डॉ आजमी जेहरा उपस्थित रही।
उन्होंने कहा कि मां बच्चों की पहली गुरू होती है।जीवन में मां के द्वारा किए गए। त्याग व बलिदान के ऋण को कभी भी चुकाया नहीं जा सकता। नर्सिंग दुनिया भर में स्वास्थ्य रखरखाव से संबंधित सबसे बड़ा पेशा है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने नर्सेस चिकित्सा क्षेत्र में जिस समर्पण से कार्य की हैं। वह अतुलनीय है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल जन्म एक संपन्न परिवार में हुआ था। उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त कर समाजसेवा से जुड़ गईं। उन्होंने हजारों घायल और मरते हुए सैनिकों की सहायता की। इन्होंने इंग्लैंड में ही नहीं पूरे विश्व में नर्सिंग के विद्यालय खुलवाए। 1908 में उन्होंने ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया की स्थापना की।