चंदौली। मुख्यालय स्थित सदर तहसील में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर जिला जज विनय कुमार द्विवेदी ने किया इसमें सुलह-समझौते के आधार पर वादों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत में 9497 मामले निस्तारित किए गए। वहीं 8.10 लाख अर्थदंड लगाया गया। इसके अलावा 1 करोड़ 64 लाख 24 हजार 561 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र दिलाया गया। इस दौरान लोगों की भीड़ उमड़ी। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सतर्कता बरती गई।
जनपद न्यायाधीश विनय कुमार द्विवेदी ने छह वादों का निस्तारण किया। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण नरेंद्र कुमार 60 एमएसीटी वादों का निस्तारण करते हुए 1,41,08,952 का प्रतिकर दिलाया गया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय राजकमल पांडेय ने 44 वादों का निस्तारण किया। छह जोड़ों को मिलाकर साथ भेजा। वहीं 16.61 लाख समझौता राशि दिलाई गई। लोक अदालत के अध्यक्ष योगेश नारायण सिंह ने एक वाद का निस्तारण कराया। अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम जगदीश प्रसाद चतुर्थ ने 190 वादों का निस्तारण किया। इसी प्रकार विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट अंबर रावत ने एक क्रिमिनल वाद का निस्तारण कराते हुए 500 रुपये जुर्माना वसूला। अपर जनपद न्यायाधीश एफटीसी प्रथम मुन्ना प्रसाद ने सात क्रिमिनल वाद निस्तारित करते हुए तीन हजार रुपये जुर्माना वसूला। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्यामबाबू ने 1307 फौजदारी वादों का निस्तारण करते हुए 48270 रुपये जुर्माना वसूला। इसके अलावा 4076 ई-चालान वाद भी निस्तारित किए गए। अन्य न्यायालयों में भी सुलह-समझौते के आधार पर वादों का निस्तारण कराया गया।