चंदौली। जिला मुख्यालय पर शनिवार को बकरा ईद का त्योहार हर्षोल्लास के मनाया गया। जहा मुस्लिम बंधुओं ने सकलडीहा रोड स्थित ईदगाह व जामा मस्जिद में अकीदत के साथ नमाज अदा कर एक दूसरे से गले मिलकर बधाई दी। साथ ही अपने-अपने घर पहुचकर अल्लाह की रजा के लिए जानवरों की कुर्बानी भी दी। इस दौरान पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
बकरा ईद की नमाज पढ़ने के बाद तीन दिन तक अल्लाह की राह में जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। जो लोग माले निसाब हों यानी जिन पर जकात वाजिब है। उन्हें अल्लाह की राह में कुर्बानी जरूर पेश करनी चाहिए। कुर्बानी के जानवर के शरीर पर जितने बाल होते हैं। कुर्बानी पेश करने वाले को अल्लाह ताला उतनी नेकियां अता फरमाता है। कुर्बानी का जानवर कयामत के दिन पुल सरात पार कराएगा। हदीस में आता है। कि पुल सरात तलवार की धार से भी पतला होगा। जिस पर चलकर जन्नत का रास्ता हासिल किया जा सकता है। जिन पर जकात फर्ज है। उन्हें अल्लाह की राह में कुर्बानी पेश करने से नहीं हिचकना चाहिए। बकरा ईद को लेकर बच्चों ने दिनभर उत्साह बना रहा वही मुस्लिम इलाको में देर रात तक चहल-पहल रही।
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पुलिस प्रशासन ने की अपील
चंदौली। पुलिस प्रशासन ने मुस्लिम बंधुओं से अपील किया कि जानवरों की कुर्बानी खुले में न करें कुर्बानी का मलबा डस्टबिन या ज़मीन में दफना दे साथ ही कुर्बानी का वीडियो न बनाएं और न ही इंटरनेट मीडिया पर शेयर करें। सोसल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट शेयर न करें, प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करें, साफ-सफाई लेकर स्वयं भी जागरूक रहें।