…अबकी बार पोलिंग बूथों पर बहुत कुछ नया दिखेगा
Yound Writer, चंदौली। अबकी बार विधानसभा चुनाव-2022 में बहुत कुछ नया और खास होने जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक दलों स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उन्हें अपने प्रत्याशियों के आपराधिक इतिहास बताना होगा और उन्हें टिकट देने के कारणों को भी टीवी चैनल और अखबार के जरिए जनता को जानकारी देना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा कोविड को देखते हुए पोलिंग बूथों पर कुछ विशेष सुविधाएं मतदाताओं के लिए उपलब्ध रहेंगी, ताकि संक्रमण फैलने की आशंकाओं पर विराम लग सके।
विदित हो कि चंदौली जनपद के चार विधानसभा क्षेत्राें में सातवें चरण में सात मार्च को मतदान होना निर्धारित किया गया है। इसे देखते हुए विधानसभा चुनाव-2022 के निर्वाचन तिथि को बूथों पर मतदाताओं की भीड़ जमा न हो। इसके मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने अबकी बार बूथों की संख्या में 16 फीसदी इजाफा किया। वोटिंग के लिए कुल दो लाख 15 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ होंगे। सभी पोलिंग बूथ भूतल पर बनाए जाएंगे। कोविड को देखते हुए पोलिंग बूथ पर मतदान की टाइमिंग को एक घंटा बढ़ाया गया है। पोलिंग बूथ पूरी तरह सेनेटाइज होंगे। इसके अलावा मतदाताओं की सुविधा व सहूलियत के लिए थर्मल स्कैनर, मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था रहेगी। सभी चुनाव कर्मचारी पूरी तरह वैक्सीनेटेड होंगे। चुनाव ड्यूटी पर तैनात होने वाले सभी कर्मचारियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगेगी।
इसके साथ ही 15 जनवरी तक पदयात्रा, रोड शो, साइकिल रैली, बाइक रैली पर रोक रहेगी। वर्चुअल रैली के जरिए चुनाव प्रचार होंगे। निर्वाचन आयोग ने हालांकि यह भी सहूलियत दी है कि डोर-टू-डोर कैंपेन किया जा सकता है, जिसमें अधिकतम पांच लोगों को शामिल होने की इजाजत होगी। लेकिन रात आठ बजे के बाद किसी भी प्रकार के प्रचार पर पूरी तरह से रोक होगी। चुनाव प्रचार में कोविड प्रोटोकाल का सभी राजनीतिक दलों व उनके प्रत्याशियों को पालन करना होगा, जिसके उल्लंघन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। आयोग के गाइडलाइन के मुताबिक चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी को 40 लाख रुपये खर्च करने की इजाजत होगी। निर्वाचन आयोग ने चुनाव में मीडिया के रोल को अहम बताया। साथ मीडिया को मित्र करार दिया। कहा कि मीडिया के जरिए ही हमारा संवाद आम लोगों से होगा। उत्तर प्रदेश में 29 प्रतिशत मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे।
पहले चरण का मतदान: शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा आगरा और अलीगढ,
दूसरा चरण: सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर,
तीसरा चरण: कासगंज, हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झाँसी, ललितपुर
चौथा चरण: पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा,
पांचवा चरण: श्रावस्ती, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, चित्रकूट, प्रयागराज
छठां चरण: बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, आंबेडकर नगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया,
सातंवा चरण: आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र।