सपा के सभी फ्रंटल नेताओं ने कलेक्ट्रेट में सौंपा तीन सूत्रीय ज्ञापन
चंदौली। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा रद्द होने से आक्रोशित व गुस्साए समाजवादी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को सपा के सभी फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों की अगुवाई जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सयुस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने 15 दिन के अंदर पुनः यूपी टेट की रद्द हो चुकी परीक्षा को कराने की मांग की। साथ ही आगामी आयोजित टेट परीक्षा में केंद्रों तक पहुंचने के लिए रेल व बसों में मुफ्त यात्रा का बंदोबस्त किया जाय। साथ ही 28 नवंबर को अभ्यर्थियों को हुई आर्थिक क्षतिपूर्ति के रूप में पांच हजार रुपये दे।
इस दौरान छात्र सभा जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव ने कहा कि 28 नवंबर को प्रदेश के उन लाखों अभ्यर्थियों के अरमानों के साथ महीनों की तपस्या जमींदोज हो गयी, जो सफलता की उड़ान के साथ परीक्षा देने के लिए केंद्रों पर पहुंचे थे। कोई इस ठंड में 50 किलोमीटर की दूरी तय करके परीक्षा केंद्र पहुंचा था तो किसी ने परीक्षा देने के लिए पूरी रात स्टेशन या मुसाफिरखाने में गुजारी। लेकिन इनकी इस तपस्या पर सरकार की नाकामी भारी पड़ गयी है। लोहियावाहिनी जिलाध्यक्ष सुजीत कन्नौजिया ने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को लेकर तनिक भी गंभीर नहीं है। यदि सरकार इस अतिमहत्वपूर्ण शिक्षक पात्रता परीक्षा की शुचिता को लेकर गंभीर होती तो पेपर परीक्षा से पहले लीक नहीं होता। यह सीधे तौर पर सरकार की नाकामी का परिणाम है। यूथ ब्रिगेड जिलाध्यक्ष मोहम्मद आरिफ ने कहा कि भाजपा सरकार में एक के बाद एक कई परीक्षाओं के पेपर लीक हुए। बावजूद इसके सरकार अपनी गलतियों से सीख नहीं ले पा रही है। ऐसी सरकारें जो सुरक्षा के साथ समयबद्ध तरीके से भर्ती परीक्षाएं न करा पा रही है उससे और किसी चीज की उम्मीद करना बेमानी होगी। सयुस महासचिव दिलीप पासवान ने यूपी टेट परीक्षा को पुनः एक पखवारे के अंदर कराए जाने पर जोर दिया। कहा कि परीक्षा रद्द होने से अभ्यर्थियों को जो आर्थिक व मानसिक क्षति हुई है उसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे, अन्यथा नौजवान अपने वोट से करारा जवाब देने का काम करेंगे। इस अवसर पर मुख्तार अंसारी, चन्द्रशेखर यादव, सुजीत कन्नौजिया, संजय मौर्या आदि उपस्थित रहे।