सत्ता पक्ष के नेताओं व ठेकेदारों के दबाव में सिंचाई विभाग के अधिकारी मौन
चंदौली। सपा के राष्ट्रीय सचिव व सैयदराजा पूर्व विधायक व मनोज सिंह डब्लू शुक्रवार को किसानों से जुड़े मुद्दे को लेकर पत्रकारों से रूबरू हुए। इस उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। कहा कि जनपद में सिंचाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हैं। किसानों को बिजली व पानी उपलब्ध कराने में सरकार व प्रशासन पूरी तरह नाकाम हैं। कहा कि सैयदराजा क्षेत्र के अधिकांश हिस्से में छोटी-छोटी नहरे व माइनर हैं, जो इस वक्त झाड़-झंखाड़ से पटे हुए है, जिससे किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
इस दौरान मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि जनपद में छोटी नहरों का संचालन लघु डाल के जिम्मे हैं, लेकिन जिले के अधिकारियों पर सत्ता में बैठे लोगों के दबाव में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। पम्प कैनलों की दशा जर्जर है। पम्प कैनलो में कही ट्रांफार्मर व इन्सुलेटर की समस्या हैं। साथ ही कुछ पम्प कैनालों का स्टाटर ही खराब पड़ा हैं। कहीं हाउज पाइप व पाइप लाइन में लिकेज है, जिससे नदी का पानी फिर से नदी में ही वापस चला जा रहा है। इन खामियों को दूर किया जा सकता है। लेकिन सत्ता पक्ष के विधायक आंकड़ों में 38 करोड गिनाकर अपनी जिम्मेदारी को पूरी करते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं विपक्ष के नेताओं व दलों की भी स्थिति किसानों के मुद्दों पर संतोषजनक नहीं है। यही वजह है कि आज जनपद का किसान खून के आसू रोने को विवश है। पिछले डेढ़ माह से जनपद के पम्प कैनालों, नहरों व सिवानों को घूमकर मन पूरी तरह से व्यथित है। धान की रोपाई ना कर पाने के कारण किसान पीड़ा में है। बावजूद इसके सत्ता पक्ष के नेता अपनी उपलब्धियों को गिनाने में लगे हैं। पम्प कैनालों की जो दुर्दशा है वह सत्ता पक्ष के विधायक सांसद व जनप्रतिनिधियों की नाकामी का प्रतीक है। कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की बात करने वाली सरकार ने किसानों को अनाथ छोड़ दिया है। सरकार को चाहिए कि किसानों के सब्र का इम्तेहान ना ले, अन्यथा किसानों का गुस्सा फूटा तो वह हल-फावड़ा लेकर सड़क पर उतर आएंगे। साथ ही उन्होंने विपक्ष के दलों व नेताओं से आग्रह किया कि वे किसानों के हितों के लिए संगठित होकर साथ आए।