चंदौली। बदलते मौसम व भीषण गर्मी के मौसम में सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों के संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा हैं। इस मौसम में खासकर मरीज तेज़ बुखार पेट व सर्दी जुखाम से ग्रसित हो रहे है। आदित्य मैटर्निटी एवं नसिग होम हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ पंकज पांडेय ने बताया कि गर्मी के मौसम में मस्तिष्क के सेहत का ख्याल रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भरपूर नींद लेना शारीरिक गतिविधि को सीमित रखना और ठंडी जगह में रहना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि तेज़ धूप से आने के बाद गर्मी लगने पर पंखे को बहुत तेज करने या एसी की कूलिंग बढ़ाने से शरीर मे परेशानी हो सकती है। अगर सिर के ऊपर बहुत तेज पंखा अथवा एसी चल रहा है। तो सर कान के नीचे का हिस्सा और गाल के आसपास के साइनस डिस्टर्ब हो जाते हैं। साथ ही उसके इन्फेक्शन से सर्दी-खांसी और बुखार भी हो सकता है। साथ ही इम्युनिटी कमजोर होने से पाचन शक्ति पर भी असर पड़ता है। ऐसे में अगर आप डाइट पर ध्यान नहीं देंगे तो पेट संबंधित दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। गर्मी के मौसम में खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है। मौसम में ऐसे फ्रूट्स और सब्जियां खाएं जिनमें भरपूर मात्रा में पानी पाया जाता है। खाने में ज्यादातर तरबूज, ककड़ी, खीरा छाछ, लस्सी, पनीर सेहत के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा अधिक पानी पीएं। ध्यान रखें कि पानी ज्यादा ठंडा न हो साथ ही फ्रिज से निकालकर सीधे तौर पर कोई चीज न खाएं। वही रात में हल्का भोजन लेना शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा खाने में भी चीजें बदल-बदल कर खाने की कोशिश करें। जिससे शरीर को किसी भी पोषक तत्व की कमी का सामना न करना पड़े।