शहाबगंज। चकिया कोतवाली क्षेत्र के बसाढ़ी गांव में दुकानदार जयप्रकाश सिंह 22 वर्ष की सोते वक्त मौत हो गई। परिजनों की मौजूदगी में आसपास के लोगों ने शटर का लॉक तोड़कर दुकान खोला तो जयप्रकाश दुकान में सोया हुआ मृत अवस्था में मिला। आनन फानन में इलाज हेतु उसे चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जयप्रकाश इलिया थाना क्षेत्र के सीहर गांव का रहने वाला है। घर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित बसाढी गांव में उसके कपड़े की दुकान थी। रोज की भांति शनिवार की रात को वह घर से खाना खाकर दुकान में सोने के लिए आया। सुबह देर तक जब दुकान नहीं खुली तो आसपास के लोगों ने आवाज लगाई लेकिन अंदर से कोई सुगबुगाहट मालूम नहीं हुआ। काफी देर तक सटर पीटने के बाद भी कुछ मालूम नहीं हुआ तो घर पर फोन करके दुकान बंद रहने की बात बताई। परिवार के लोगों के आने के बाद ग्रामीणों की मदद से शटर के लाक को तोड़कर देखा गया तो जयप्रकाश मृत अवस्था में दुकान में सोया हुआ पड़ा मिला। आनन फानन में इलाज हेतु उसे चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। युवक का शव घर आते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जमुना सिंह के दो पुत्रों में जयप्रकाश छोटा पुत्र था। पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर से रिटायर होने के बाद जमुना सिंह पुत्र जयप्रकाश को पिछले वर्ष कपड़े की दुकान खोलवा रखे थे। वह छोटे पुत्र का बड़े धूमधाम से पिछले वर्ष विवाह भी किए थे। पुत्र के अचानक मौत के बाद परिवार में गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। प्रभारी निरीक्षक राजेश यादव ने बताया कि मृतक जयप्रकाश के शव को विधिक प्रक्रिया के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।