धानापुर। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह की 17वीं पुण्यतिथि पर धानापुर शहीद स्मारक परिसर में 24 का जनादेश क्या है संदेश कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के फायर ब्रांड नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शरीक हुए। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। साथ ही उनके विचारों को आत्मसात कर उससे सीखने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर सिंह हमेशा अपने विचारों के प्रति दृढ़ता के साथ खड़े रहे। उन्होंने सदन में हमेशा समाजवादी विचारधारा, भाईचारा, गांधीवाद, हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई। समाजवादी विचारधारा से आशय एक ऐसे समाज के निर्माण से है जहां भेदभाव के लिए कोई जगह न हो। छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीति ना हो। लेकिन दुर्भाग्य यह कि आज आजादी के 77 साल बाद भी भाजपा ने पांच साल यूपी के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव का सरकारी आवास को गंगा जल से धोया गया। यही अखिलेश यादव 2024 के लोकसभा चुनाव में जब कन्नौज मंदिर में दर्शन-पूजन करने गए तो उनके जाने के बाद भाजपा के लोगों ने मंदिर को धोने का काम किया। कहा कि नफरत व लोगों को बांटने की भाजपा की इस विचारधारा को हम सभी को मिलकर मारना होगा। आज भी दलित समाज का युवक घोड़ी चढ़ने के लिए संघर्ष करता है। मध्य प्रदेश में भाजपा के नेता ने दलित के सिर पर पेशाब किया। ऐसी घटना आज भी लोगों को आहत करती है। संजय सिंह ने कहा कि 2024 का चुनाव कई घटनाओं का साक्षी बना। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री की भाजपा न्यूनतम स्तर पर चली गयी। उन्होंने चुनाव के दौरान मुगल, मदरसा, मुसलमान, मछली, मटन व मुजरा जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। लेकिन उन्हें म से महंगाई, मजदूर व मणिपुर का ख्याल नहीं आया। कहा कि जब मणिपुर पर सदन में चर्चा के लिए आवाज उठाया तो 11 माह के सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद जब मोदी व अडानी के नारे लगाए तो सरकार ने छह माह तक जेल में रखा। बावजूद इसके मेरे विचार नहीं बदले और जेल से बाहर आते ही भाजपा के नफरत की राजनीति के खिलाफ आवाज उठाना शुरू किया। इसके अलावा सपा प्रवक्ता मनोज सिंह काका, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र पटेल, सांसद बीरेंद्र सिंह, शिवकुमार सिंह, रोहित सिंह, शाह आलम खान,जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह, रमेश यादव,जगमेन्द्र यादव, बुल्लू यादव आदि लोग उपस्थित थे। संचालन रामधनी यादव एवं अध्यक्षता राधेश्याम सिंह ने किया। आभार प्रकट संयोजक कुंवर सुरेश सिंह तथा पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह ने किया।