चंदौली। जनपद सृजन के 25 साल बाद न्यायालय भवन निर्माण के लिए जारी अधिवक्ताओं का मैराथन संघर्ष अब सफल होता दिख रहा है। प्रशासन के खिलाफ फूंके गए बिगुल की चिंगारी से ऐसी लौ निकली की, अंधेरे में गुम होती जिला न्यायालय निर्माण की उम्मीदों को मुकम्मल रौशनी मिल गयी और अब जल्द ही जिला न्यायालय पूरी तरह से अस्तित्व में आ जाएगा। इसके लिए बाघो मौजा में धारा-19 के प्रकाशन के साथ ही बाघो मौजा के कुल 18 भूखण्ड को सार्वजनिक प्रयोग हेतु आवश्यक मानते हुए उसके अधिग्रहण की कार्यवाही अमल में लाने की निर्देश दिया गया है। इसकी जानकारी होने के बाद डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार एसोसिएशन ने सभागार में रविवार को प्रेसवार्ता की और इस जीत को चंदौली के अधिवक्ताओं, व्यापारियों व मीडिया कर्मियों को समर्पित किया। प्रेसवार्ता में अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने कहा कि विगत 25 वर्षों से लंबित दीवानी न्यायालय भवन के लिए चिह्नित जमीन के अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी हो गई है। इसके लिए काफी आंदोलन किया गया। इसमें न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्ता, व्यापार मंडल, किसान संघ, राजनैतिक व गैर राजनैतिक दलों ने काफी सहयोग किया। उन्होंने जिलाधिकारी एवं जनपद न्यायाधीश से अनुरोध किया कि अधिग्रहित भूमि जनपद न्यायालय के नाम कर दिया जाए। साथ ही तत्काल न्यायालय भवन का शिलान्यास मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद व प्रदेश् के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में कराया जाए। कहा कि वास्तव में यह जिले के लिए ऐतिहासिक क्षण है। इस संबंध में बार एसोसिएशन की ओर से 25 अप्रैल को अधिवक्ता खुशी में विजय जुलूस निकालेंगे। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह, महामंत्री शमशुद्दीन, पूर्व महामंत्री झन्मेजय सिंह, धनंजय सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा, पंकज तिवारी, अतुल सिंह, रामअशीष सिंह, जितेंद्र सिंह, विजय कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।