चंदौली। जिला पंचायत की सामान्य बैठक शनिवार को कार्यालय सभागार में हुई। इस दौरान 2021-22 के पुनरीक्षित बजट के रूप में 50.73 करोड़ तथा वित्तीय वर्ष 2022-23 के अनुमानित बजट के तौर पर 57.65 की धनराशि को स्वीकृत एवं अनुमोदित किया गया। बैठक में जनसमस्याओं को जिला पंचायत सदस्यों ने एक-एक उठाया, जिसे अध्यक्ष समेत तमाम प्रशासनिक अफसरों ने सुना और उनके निराकरण के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात कही। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा ने कहा कि जनपद के विकास में हम सभी को मिलकर भागीदारी देनी होगी। सदस्यों के सुझावों को जिला पंचायत पूरी प्राथमिकता देगा, ताकि ग्रामीण अंचलों का विकार हो और जनता लाभान्वित व आच्छादित हो। मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल ने कहा कि जिला पंचायत के प्रस्तावों को शासन स्तर से स्वीकृत कराने व बजट आवंटित कराने के लिए जो भी सहयोग होगा मेरे स्तर से किया जाएगा। जनपद का विकास हम सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने कहा कि मनरेगा संबंधित प्रस्तावों को जिला पंचायत अध्यक्ष के माध्यम से उपलब्ध कराएं। जन आकांक्षओं के अनुरूप विकास करना हम सभी की प्राथमिकता है। उधर, जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह ने जनपद चंदौली में एमआरआई का बंदोबस्त किए जाने की आवश्यकता जताई। कहा कि पूरे जनपद में एमआरआई की सुविधा नहीं पर आमजन को होने वाली दिक्कत व दुश्वारियों को पटल पर रखा। यह दुर्भाग्य है कि आज भी अधिकांश चिकित्सकीय सेवाओं के लिए जनपद बनारस व बीएचयू पर आश्रित है। इसके अलाव उन्होंने लोगों के मकान के ऊपर से होकर गुजरे हाइटेंशन विद्युत तार को सिफ्ट करने की आवश्यकता पर बल दिया। दूसरी ओर जिला पंचायत सदस्य दिलीप सोनकर चंदौली नगर स्थित जीर्ण-शीर्ण हाल में पड़े अम्बेडकर छात्रावास के जीर्णोद्धार का मुद्दा उठाया। कहा कि यह दलित समुदाय के शिक्षा से जुड़ा मसला है, जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने जिला पंचायत के नए भवन के निर्माण की मांग को भी रखा। इस अवसर पर चकिया विधायक कैलाश आचार्य, अपर मुख्य अधिकारी कमलेश सिंह, किरन, इंद्रावती, राजेश यादव, इंदल बाबा, मृत्युंजय सिंह, साहब सिंह मौर्या, रवींद्र यादव आदि उपस्थित रहे। संचालन प्रशासनिक अधिकारी आनंद सिंह ने किया।