चंदौली। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित दिशा की बैठक शनिवार को हंगामे की भेंट चढ़ गयी। इस दौरान ठेकेदार चयन के सवाल पर रावर्टसगंज सांसद व सैयदराजा विधायक के बीच तनातनी के बाद मीटिंग का माहौल बिगड़ गया और एक-एक कर भाजपा के विधायक व ब्लाक प्रमुख सपा के सांसद बीरेंद्र सिंह, सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव से भिड़ गए। इस दौरान मीटिंग में जमकर जुबानी जंग हुई और विधायक मुगलसराय रमेश जायसवाल समेत कई जनप्रतिनिधि मीटिंग छोड़कर चले गए।
दरअसल सांसद चंदौली बीरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को दिशा की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में शुरू हुई। इस दौरान रावर्टसगंज सांसद छोटेलाल खरवार ने अभियंताओं पर मनमाने ढंग से काम का आरोप लगाते हुए चेता रहे थे कि इसी बीच सैयदराजा विधायक ने जवाब दे रहे अभियंता को बोलने से रोक दिया और उनकी तरह से बातों को रखने लगे। टेंडर के आनलाइन-आफलाइन प्रक्रिया और लगातार कई वर्षों से एक ही ठेकेदार को ठेका दिए जाने से शुरू हुई बातचीत ने देखते ही देखते विवाद का रूप ले लिया। हालांकि सासंद बीरेंद्र सिंह ने सांसद व विधायक के बीच चल रही बहस को रोका और जिलाधिकारी समेत जिले के सभी विभागों के अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों के सवालों का जवाब देने की बात कही। इस बीच एक बार फिर विधायक सुशील सिंह ने बीच में माइक से बोलना शुरू किया, जिससे रावर्टगंज सांसद ने अधिकारियों का पक्ष रखने पर ऐतराज जताया। जिस पर सैयदराजा विधायक ने रावर्टसगंज सांसद के तरीके पर सवाल किए और यहीं से मामला तनावपूर्ण हो गया। इसके बाद एक-एक भाजपा व सपा के जनप्रतिनिधि इस विवाद में कूद पड़े और पूरा का पूरा मीटिंग हाल इन राजनेताओं के अखाड़े में तब्दील हो गया। दिलचस्प यह कि वहां मौजूद आला अधिकारी मूकदर्शन बने रहें।