इलिया। मानवता और सेवा का अनोखा उदाहरण पेश करते हुए चकिया तहसील के तहसीलदार देवेन्द्र यादव ने इस बार दीपावली का त्यौहार बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों के साथ मनाया। यह कार्यक्रम ग्राम सभा चितौड़ी के राजस्व ग्राम सिकठिया स्थित डीह बाबा मंदिर परिसर में आयोजित किया गया, जहां हाल में आई भीषण बाढ़ से 109 मकान क्षतिग्रस्त हुए थे।
बाढ़ से प्रभावित परिवारों के बीच पहुंचकर तहसीलदार ने मिठाई, कैंडल, कपड़े और फुलझड़ियां वितरित कीं। बच्चों को विशेष रूप से मिठाई और फुलझड़ी दी गई, जिससे उनके चेहरों पर फिर से खुशियां लौट आईं। वहीं दिव्यांगजनों को नए वस्त्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर तहसील प्रशासन की ओर से 4 कुंतल लड्डू, 400 पैकेट कैंडल और 400 पैकेट फुलझड़ी का वितरण किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ के बाद यह पहली बार है जब किसी अधिकारी ने खुद गांव आकर उनके साथ दीपावली मनाई।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने प्रशासन की इस पहल को सराहनीय बताया और कहा कि ऐसी कोशिशें प्रभावित परिवारों में उम्मीद जगाती हैं। समारोह में तहसीलदार देवेन्द्र यादव ने कहा बाढ़ जैसी विपत्ति इंसान का हौसला नहीं तोड़ सकती। जब तक एक भी परिवार दुख में है, हमारी जिम्मेदारी अधूरी है। दीपावली की असली रोशनी तभी है, जब किसी के घर में मुस्कान लौटे। चकिया तहसील प्रशासन ने दीपावली को सेवा, संवेदना और सहयोग का प्रतीक बना दिया।