Young Writer, नौगढ़। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में जमकर झोल हो रहा है। स्थिति यह है कि लोग इन योजनाओं से जुड़े आर्थिक लाभ के लिए किसी भी हद तक चले जा रहा है। ताजा मामला नक्सल प्रभावित क्षेत्र नौगढ़ का है जहां एक महिला ने अपने पति को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना का लाभ लेने के लिए कागज पर मृत घोषित कर दिया। दिलचस्प यह है कि उसने चंद पैसे खर्च कर मृत्यु प्रमाण-पत्र भी अर्जित किया और कुटुम्ब रजिस्टर में पति को मृत घोषित कराकर राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना का आनलाइन आवेदन कर उसे स्वृति भी करा लिया। ग्रामीणों ने जब इसकी शिकायत कि तो जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच हुई और यह फर्जीवाड़ा पटल पर आया। इसी संगीता पत्नी दिनेश जिन्हें कोई पुत्री नहीं है। बावजूद इसके वह कागजों का हेर-फेर करके शादी अनुदान योजना का लाभ लेने में सफल रही है। ऐसे कुल तीन कतिपय लाभार्थियों के खिलाफ नौगढ़ थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर ये अमदहां चरनपुर के ग्रामीण आखिर बिना सरकारी मदद के कैसे इतना बड़ा झोल कर पाए। इसमें लाभार्थियों का प्रथम दृष्टया दोष दिखता है तो उसमें सरकारी कर्मचारियों की भी लापरवाही व जिम्मेदारी व दोषसिद्धी जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन को तय करनी होगा, ताकि कोई अन्य सरकारी कर्मचारी अथवा सेवक चंद पैसों के लिए गलत प्रमाण-पत्रों को जारी करने से डरे। अवैध तरीके से राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना व शादी अनुदान योजना का लाभ लेने की शिकायत बीते माह ब्लाक सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस मे किए जाने के बाद जिलाधिकारी संजीव सिंह के निर्देश पर गठित 3 जनपद स्तरीय अधिकारियों की जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाने पर जिला समाज कल्याण अधिकारी के पत्र पत्रांक संख्या सी 1905 13 जनवरी के आदेशों के अनुपालन मे अपात्र लाभार्थियों के विरुद्ध नौगढ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रभारी निरीक्षक राजेश सरोज ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी राजू प्रसाद मौर्य, ग्राम विकास अधिकारी समाज कल्याण की तहरीर पर रामवृक्ष पुत्र सचऊ व दिनेश पुत्र भोला तथा संगीता पत्नी दिनेश के विरुद्ध धारा 420, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही की गई है।