चंदौली। क्षेत्र के सुरतापुर गांव में बृहस्पतिवार को इफको की तरह से जनचौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को काम लागत में अच्छी खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही किसानों को नैनो डीएपी यूरिया के गुणों के बारे में बताया गया। साथ ही खेत में नैनो यूरिया और सगरीका का प्रयोग करने वाले उन्नशील किसान को इफको की तरफ से सम्मानित किया गया।
इस दौरान एसएफए मयंक सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि खेतों में अच्छी फसल के लिए नैनो डीएपी यूरिया एकमात्र विकल्प हैं। जिससे किसान कम कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। वर्तमान समय में धान की फसल में किसान नैनो यूरिया का प्रयोग कर सकते हैं। जो कम दर पर सभी इफको केंद्र पर व सहकारी समितियों पर उपलब्ध है। साथ ही खेतों में धान की फसलों में होने वाले खैरा रोग से बचने के लिए किसान नैनो जिंक का छिड़काव कर फसल को बचा सकते हैं। जो एक एकड़ के लिए कम से कम 5 से लेकर 7 किलोग्राम जिंक की आवश्यकता होती है। लेकिन नैनो टेक्नोलॉजी द्वारा यह मात्र 100 एमएल में एक एकड़ के लिए उपयुक्त होता है।

जिसका मूल्य 200 100 एमएल होता है। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के छिड़काव के लिए किसानों को जिले में ड्रोन उपलब्ध है। जो कम दर में फसलों पर नैनो का छिड़काव कराया जा सकता हैं। ड्रोन से जिन किसानों को छिड़काव करना हो वह नजदीक अपने इफको केंद्रों पर बुकिंग कर सकते हैं। वही अपने खेत में नैनो यूरिया और सगरीका का प्रयोग करने वाले उन्नशील किसान शमशेर कुमार को इफको की तरफ से सम्मानित किया गया। इस मौके पर सूरज मिश्रा, महेश कुमार, शमशेर सिंह, रामकुमार, दिलीप सिंह आदि किसान मौजूद रहे।