इलिया। शिक्षा की नींव कहे जाने वाले प्राथमिक विद्यालयों की हकीकत किसी से छिपी नहीं है। प्राथमिक विद्यालय गांधीनगर में जो नजारा देखने को मिला, उसने शिक्षा विभाग के दावों की कलई खोल दी। विद्यालय के पठन-पाठन के समय सहायक अध्यापक राजकुमार कक्षा में सोते हुए पाए गए, जबकि बच्चे इधर-उधर खेलते नजर आए।
यह दृश्य न केवल शिक्षक की जिम्मेदारी पर प्रश्नचिह्न लगाता है, बल्कि विभागीय व्यवस्था की सुस्त कार्यप्रणाली को भी उजागर करता है। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में अकसर अध्यापक समय से नहीं पहुंचते और पढ़ाई का स्तर दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है। शिक्षक का यह रवैया बच्चों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। शिक्षा विभाग के अधिकारी केवल कागजों में निरीक्षण कर खानापूर्ति कर रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पर पानी फिरता नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने बीईओ से मांग की है कि लापरवाह अध्यापक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि अन्य शिक्षकों को भी सबक मिल सके और विद्यालय में शिक्षा का माहौल बहाल हो सके। खण्ड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार ने कहा, मामले की जांच कर संबंधित शिक्षक को नोटिस जारी किया जाएगा। उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।