नौगढ़। चकरघट्टा थाना क्षेत्र के जनकपुर गांव निवासी अंबिका को अभिलेखों में मृत दिखाकर के दो वर्ष पूर्व गांव के तत्कालीन लेखपाल ने भूमि का वरासत उनके पुत्र राजनाथ 32 वर्ष व दूधनाथ 30 वर्ष के नाम से कर दिया। जिसकी जानकारी मिलते ही जीवित अंबिका के पैरों तले जमीन खिसक गई। तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर के न्याय की गुहार लगाया है।
अंबिका का कहना है कि अभी हम जीवित हैं। शनिवार को तहसील नौगढ के कंप्यूटर खतौनी कक्ष में जाकर के अपने नाम की खतौनी निकलवाना चाहा तो मालूम हुआ कि 12 जून 2023 को गांव के तत्कालीन लेखपाल ने मृतक दर्शाकर के हमारे दोनों पुत्रों राजनाथ व दूधनाथ के नाम से भूमि का वरासत कर दिया गया है। उपजिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र पड़ा है। आरोपों की जांच पड़ताल कराया जा रहा है। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।