चहनियां। आस्था का महापर्व छठी मईया के गीत गुनगुनाते हुए संतान के दिर्घायु, जीवन और सुख -समृद्धि कामना को लेकर मंगलवार को भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा का समापन हुआ । भगवान भास्कर के दर्शन को भोर से ही आस्थावानों की भीड़ बलुआ स्थित मां भागीरथी पश्चिम वाहिनीं मां गंगा तट पर, सरोवरों, गांव के नहरो पर हजारों की उमड़ पड़ी। ब्रती महिलाओं के गीत जल्दी जल्दी उगी हे सूरज देव भईले अरध के बेर से समुचा माहौल भक्तिमय हो गया।

क्षेत्र के बलुआ सहित महड़ौरा, कांवर, पकड़ी, बिसुपुर, महुआरीखास, सराय, बलुआ, महुअर, हरधन जुड़ा, पुराविजयी पुरागनेश, सोनबरसा, टांडा कला, महमदपुर, सरौली, तीरगावा हसनपुर, बड़गावा, नादी निधौरा, सहेपुर, सहित अन्य गंगा घाट, मथेला, रामगढ़, रईया, बैरांठ, प्रभुपुर, हुदहुदीपुर आदि सरोवरों तालाबों पर ब्रती महिलाएं घंटों पानी में खड़ी होकर भगवान भास्कर से पुत्र व परिवार की मंगल कामना की। मंगलवार को सुबह धूप न निकलने से लोग गूगल पर सर्च कर 6.25 से 6.30 बजे के बीच मे अर्घ दिया। श्रद्धालु छठी मैया और हर हर महादेव के उद्घोष से वातावरण गुंज उठा। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बलुआ एसओ अतुल कुमार मय फोर्स चक्रमण करते रहे। स्वास्थ्य विभाग की टीम, एंटी रोमियो, महिला पुलिस, कंट्रोल रूम बनाया गया था। पुलिस कर्मी ड्रोन से भीड़ पर नजर रखे रहे। गंगा सेवा समिति अध्यक्ष दीपक जायसवाल द्वारा अर्घ देने के लिए निशुंल्क दूध का वितरण हुआ। गंगा सेवा समिति के वालेंटियर लोगों की मदद में जुटे रहे। घाट पर सुबह शाम प्राइवेट गोताखोर, एनडीआरएफ, एसडीआरफ की टीम उपस्थित रही।


व्रती महिलाओं में बाटा कंबल व साड़ी
नियमताबाद। महापर्व डाला छठ के अवसर पर मंगलवार को ग्राम प्रधान गंगेहरा सौरभ बिंद ने व्रती महिलाओं को कंबल वितरित किया। साथ ही उनके परिवार के लिए मंगल कामना की। वही ग्राम सभा सिकंदरपुर रतराव में समाजसेवी संजीव कुमार बिंद द्वारा छठी के पावन पर्व पर व्रती महिलाओं को साड़ी व फल वितरित किया गया। भोर होते ही घाटों पर “कांच ही बांस के बहंगिया” और “उठू हे सूरज देव” जैसे पारंपरिक छठ गीतों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा।

