चंदौली। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा हर वर्ष की भांति इस इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर पर तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे लेकिन प्रशासन द्वारा यात्रा को भोड़सर गांव के समीप रोक दिया गया। इससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है।
जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष किसानों द्वारा मनाए जाने वाले पर्व गणतंत्र दिवस को चकिया प्रशासन द्वारा भोड़सर से निकली ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा को तीन किमी बाद, माध्यमिक विद्यालय,भोड़सर पर रोक दिया गया। इस कर्फ्यू के चलते हजारों किसान गणतंत्र दिवस का महापर्व मनाने से वंचित रख दिये गए। यात्रा भोड़सर से निकलकर शहाबगंज ब्लाक में पहुंचकर,स्वतंत्रता सेनानियों के प्रतीक चिन्ह पर माल्यार्पण कर वापस होना था। लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा हर ट्रैक्टर और किसानों को वापस घर भेज दिया गया। मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने बताया कि तिरंगा यात्रा रोकने के सवाल को लेकर तहसीलदार ,चकिया को सवाल किया गया। तो उन्होंने कहा की जिले में धारा-144 लागू है। पांच या पांच से ज्यादा ब्यक्ति एक जगह इकठ्ठे नही हो सकते, ना ही किसी किस्म की यात्रा,जुलूस सभा की अनुमति है। इस बाबत सीओ चकिया आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि जनपद में दो महीने से धारा 144 लागू है। तिरंगा यात्रा के लिए किसी को रोका नही गया था। तिरंगा यात्रा के लिए जिस साधन का उपयोग किया जा रहा था वो प्रतिबंधित है। इस दौरान अलाउद्दीन, जीउत मौर्या, खिचडू चौहान,लल्लन चौहान,जवाहिर विश्वकर्मा, सुल्तान अहमद, सद्दाम,मेवा चौहान,त्रिपुरारी यादव, प्रमोद चौहान,अरविंद गुप्ता, उदय नारायण चौहान, भोलई चौहान,राजकुमार, रूपनारायन ,राजवंत फौजी, सूबेदार मेजर साहिब सिंह चौहान,शहंशाह,पारस सिंह, शंभु चौहान, यूनिस, जमालु, प्रदीप यादव आदि आदि मौजूद रहे।