चंदौली। जनपद के नगरीय व ग्रामीण अंचलों में मंगलवार को गोवर्धन पूजा व भैया दूज का त्यौहार धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान युवतियों व महिलाओं ने अपने मुहल्लों व गांव में जगह-जगह गाय के गोबर से भगवान गोवर्धन की आकृतियां बनाकर उनकी पूजा की। इस दौरान युवतियों व महिलाओं ने पारम्परिक गीत आए और लोढ़े व मूसर से भगवान गोवर्धन को कूट कर उन्हें श्रापा। इसके अलावा कुछ स्थानों पर चित्रगुप्त जयंती भी बनाई गई।
नगर के श्रीराम जानकी मठ मंदिर प्रांगण के अलावा महावीर मंदिर, शंकर मोड़, पुरानी बाजार में जगह-जगह गोबर से भगवान गोवर्धन की आकृतियां बनाकर युवतियां व महिलाओं ने पास-पड़ोस के लोगों संग घेरा बनाकर गोवर्धन पूजा से जुड़े पारम्परीक गीतों को गाया और भगवान गोवर्धन की पूजा की। इसके उपरांत उन्हें लोढ़े व मूसर से कूटकर श्रापा। वहीं भैया दूज के अवसर पर बहनों ने अपने भइयों के माथे पर तिलक व रोरी लगाकर उनके दीर्घायु होने की मंगल कामना की। दूसरी ओर भाइयों ने भी अपने बहनों को तरह-तरह के उपहार भेंट किए। पुरानी मान्यता है कि इसी दिन यमराज अपनी बहन यमुना को दर्शन दिया था, जो लम्बे असरे से यमराज से मिलने को व्याकुल थीं। यमुना ने अपने भाई यम की आवभगत काफी अच्छे ढंग से की, जिससे प्रसन्न होकर यम ने अपनी बहन यमुना को वरदान दिया कि इस दिन यमुना में स्नान करने वाले भाई-बहन को मुक्ति मिल जाएगी। भैया दूज पर्व पर आज भी बहनें उस पुरानी परम्परा का निर्वहन करती हैं। इसे लेकर नगर सहित ग्रामीण अंचलों में भैया दूज व गोवर्धन पूजा की धूम रही।