चंदौली। संपूर्ण समाधान दिवस के प्रार्थनापत्रों के निस्तारण में गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट हर्षिका सिंह ने एक लेखपाल को सस्पेंड कर दिया। साथ ही चेताया कि जनता के शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा जनता से शिकायत मिलने वाले कर्मचारियों पर बख्सा नही जाएगा। ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट के उक्त कार्यवाई से विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
दरसअल ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट हर्षिका सिंह ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में आए प्रार्थना पत्रों को जांच कर समय से निस्तारण करने करने का निर्देश दिया था। साथ ही सदर तहसीलदार के द्वारा फरियादियों से काल करके फीड बैक लेने का निर्देश दिया था।
इस दौरान शिकायतकर्ता चिल्हारि गांव निवासी
राम भरत यादव द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा जनसूनवाई IGRS के माध्यम से चकमार्ग पैमाईश के लिए प्राथनापत्र प्रस्तुत किया गया था। जिसमें लेखपाल बिना मौके पर आए और बिना कोई कार्यवाही किए ही रिपोर्ट लगा दी गई है। साथ ही मेरा फर्जी हस्ताक्षर बना दिया गया। जब कि क्षेत्रीय लेखपाल विनय कुमार द्वारा जांच आख्या में उल्लेखित किया गया। कि चकमार्ग की पैमाईश कर दी गई है। और आवेदक के हस्ताक्षर बनवाए गए हैं। जिसकी जांच नायब तहसीलदार से करवाने पर जांच में दोषी पाए जाने गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के वाले लेखपाल विनय कुमार को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया। जिससे विभाग में हड़कंप मच गया।