चंदौली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जिले में निर्वाचक नामावली के पुनरीक्षक का कार्य में लगे 112 बीएलओ का अग्रिम आदेश तक वेतन रोक दिया गया। साथ ही स्पष्टीकरण जारी कर छह सितंबर तक जवाब तलब किया गया है। संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उनको संस्पेंड भी किया जा सकता है। इससे बीएलओ में हड़कम्प की स्थित बन गई है। यह कार्रवाई बीते दिनों समीक्षा बैठक के दौरान अनुपस्थित पाए जाने पर की गई है।
अपर जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी निर्वाचन अधिकारी/निर्वाचक रजिस्ट्री अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार 19 अगस्त से 29 सितंबर तक निर्वाचक नामावली के पुनरीक्षक का कार्य किया जाना है। इसके लिए जिले के सभी विकास खंडों में कुल 949 बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई है। बीएलओ की ओर से डोर टू डोर जाकर सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। संबंधित अधिकारियों की बकाएदे इसकी समीक्षा भी की जा रही है। इस संबंध में बीते तीन सितंबर को समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान 827 बीएलओ उपस्थित रहे। वहीं 122 बीएलओ अनुपस्थित मिले। इसमें सदर विकास खंड में 37, बरहनी में 27, चहिनयां में 21, चकिया में 8, धानापुर में 6, नियामताबाद में 12, शहाबगंज में एक और नौगढ़ ब्लाक में 10 बीएलओ गायब रहे। इन सभी बीएलओ का अनुपस्थित तिथि का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। वहीं अनुपस्थित बीएलओ को स्पष्टीकरण जारी किया गया है। साथ ही छह सितंबर तक जवाब मांगा गया है। संतोष जनक जवाब नहीं मिलने में सख्त दंडात्मक कार्रवाई और संस्पेड भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। लापरवाह बीएलओ को के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।