बोले, अबकी बार खाली हाथ नहीं लौटेंगे शिक्षामित्र
Young Writer, चंदौली। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ जनपद चंदौली की बैठक बुधवार को चंदौली कंपोजिट विद्यालय पर सम्पन्न हुई। इस दौरान जिलाध्यक्ष इंद्रजीत यादव अजीत ने मानदेय व समान कार्य के लिए समान वेतन समेत अन्य महत्वपूर्ण मांगों को लेकर लखनऊ में आयोजित आंदोलन में चंदौली शिक्षामित्रों की भागीदारी व उसकी सफलता की रणनीति बनाई।
इस दौरान मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार ने कहा कि आगामी पांच सितंबर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित होने जा रहे धरना प्रदर्शन में सभी शिक्षामित्रों की सहभागिता अनिवार्य है। यह निर्णायक आंदोलन होने जा रहा है इसके लिए न्याय पंचायत वार शिक्षामित्रों से संपर्क कर उन्हें लखनऊ चलने के लिए प्रेरित किया जाय।

जिलाध्यक्ष के इन्द्रजीत यादव ने कहा कि महंगाई के दौर में 10 हजार रुपये अल्प मानदेय पर कार्य कर रहे शिक्षामित्रों के समक्ष तमाम कठिनाइयां उत्पन्न हो रही हैं। विद्यालय में शिक्षकों के समान कार्य करने के बाद भी अल्प मानदेय दिया जा रहा हैं। सरकार ने विगत 7 सालों से शिक्षामित्रों के मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की है। ऐसी स्थिति में आर्थिक तंगी, मानसिक अवसाद, हृदयघात तथा आत्महत्या कर अब तक जनपद में दर्जनों शिक्षामित्र असामयिक ही दम तोड़ चुके हैं। सरकार द्वारा लगातार की जा रही उपेक्षा से आहत होकर पांच सितंबर को लखनऊ में ऐतिहासिक आंदोलन करने का काम किया जाएगा। करो मरो के नारे के साथ इस बार आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। अबकी बार शिक्षामित्र खाली हाथ लौटकर वापस नही आएंगे। सरकार जब-तक शिक्षामित्र हित में कोई उचित निर्णय नहीं लेती है। अनवरत धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा की शिक्षामित्र साथियों को धीरता के साथ अपनी लड़ाई लड़ना पड़ेगा। बैठक में सत्यनारायण, धर्मेंद्र पांडेय, अजीत तिवारी, सियाराम राय, संगीता सिंह, श्यामदुलारी, सुनीता मौर्य, रीना सिंह, प्रीति सिंह, कंचन तिवारी, सरिता, लालजी, प्रेमनाथ, राजन राय, आशुतोष मौर्य, अशोक, संजय जैन यशवंत, प्रकाश भारती, जयशंकर, प्रेम अलोक गुप्ता आदि शिक्षामित्र उपस्थित रहे संचालन राजेश सिंह ने किया।