द न्यूरोसिटी की ओर से चंदौली मुख्यालय पर आयोजित की गई संगोष्ठी
Young Writer, चंदौली। जिला मुख्यालय पर द न्यूरोसिटी की ओर से चिकित्सा शिक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान संगोष्ठी में शामिल जनपद चंदौली के चिकित्सकों के साथ लो बैक पेन, स्ट्रोक व चेस्ट संबंधित बीमारियों के उपचार को लेकर विचार-विमर्श एवं चर्चा की गई। साथ ही शैल्य चिकित्सा में उपयोगी आधुनिक मशीनों के बारे में जानकारी दी गई।

इस मौके पर न्यूरो सर्जन डॉ. राकेश सिंह ने लो बैक पेन-इंडोस्कोपिक सर्जिकल मैनेजमेंट विषय पर विस्तार से चर्चा की। बताया कि यह सर्जरी वाराणसी स्थित अस्पताल में उपलब्ध है जहां अन्य बड़े शहरों की तुलना में प्रभावी खर्च लगभग 30 से 40 प्रतिशत कम है। न्यूरा सर्जन डॉ अभिनव कुमार राय ने स्ट्रोक सर्जिकल मैनेजमेंट विषय पर विस्तार से चर्चा की और प्रोजेक्टर के माध्यम से रोग के उपचार के बारे में चिक्त्सिकों को जानकारी दी। कहा कि स्ट्रोक के मरीज के उपचार में समय मैनेजमेंट बहुत महत्व रहता है, लिहाजा ऐसे मरीजों को त्वरित चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराकर उनकी जान बचाई जा सकती है।
चेस्ट फीजिसियन डा. चन्द्रशेखर ने चेस्ट एक्सरे, वेरियस रेडियोलाजिकल प्रेजेटेंशन पर केस स्टडी को प्रस्तुत किया। साथ ही निमोनिया, टीबी, सांस के साथ ही फेफड़े से जुड़ी बीमारियों को बेहतर तरीके से पहचानने व उनके उपचार में बरती जाने वाली सावधानियों के बाबत चर्चा की। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के साथ दी न्यूरोसिटी के चेयरमैन न्यूरोसर्जन डॉ राकेश सिंह, निदेशक डॉ. एसडी राय तथा अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर डा. शैलेश श्रीवास्तव, डा. रमाशंकर सिंह, डा. दिनेश सिंह, डा. चंद्रिका प्रसाद, डा. विनीत पाण्डेय, डा. गोपाल सिंह आदि उपस्थित रहे। हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. एस. डी. राय ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि समाज के निर्बल लोगों के लिए दी न्यूरोसिटी में प्रत्येक गुरुवार को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श उपलब्ध करायी जाती है।