Chandauli: Zila Panchayat की बैठक में जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह एक बार फिर अपने सवालों को लेकर सदन के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों पर हमलावर रहे। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर जिले में एमआरआई सुविधा को लेकर सवाल किए। कहा कि तीन साल से इसकी मांग की जा रही है, लेकिन डबल इंजन की सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में यह छोटा काम नहीं हो पाया। आज District Hospital Chandauli को मेडिकल कालेज से अटैच कर दिया गया है। ऐसे में सवाल यह है कि वर्तमान में चंदौली का जिला अस्पताल कहां है? जिले की जनता को इस सवाल का जवाब चंदौली के जिलाधिकारी, सीएमओ व अन्य जिम्मेदार अफसर दें।
उन्होंने कहा कि चंदौली के पिछड़े ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए वाराणसी जनपद से अलग किया गया, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह कि आज भी चंदौली के अधिकारियों के आवास नहीं बन पाए। इसके अलावा अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। स्वास्थ्य सेवाओं की बात करें तो यदि किसी को एमआरआई कराना है कि तो उसे आज भी वाराणसी जाना पड़ता है, जो गरीबों की पहुंच से दूर है।
Anjani Singh ने कहा कि विकास के बड़े-बड़े दावे व वादे किए जाते हैं, लेकिन 2021 से लेकर अब तक लगातार हो रही मांग के बाद भी जिला अस्पताल में एमआरआई की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकती। यह चंदौली के विकास का वास्तविक सच है। इसके अलावा ही उन्होंने यह भी कहा कि जिला अस्पताल के निर्माण के लिए जब अलग से जमीन का आवंटन नहीं हुआ और भवन निर्माण नहीं हुआ तो उसे मेडिकल कालेज से क्यों अटैच किया गया? इसका जवाब जनता जानना चाहती है। साथ ही यह भी मांग किया कि जिला पंचायत अपनी निधि से एमआरआई की सुविधा प्रदान करे, ताकि चंदौली के गरीबों को इस सुविधा के लिए वाराणसी न जाना पड़े।