चंदौली। सदर ब्लाक के विसुंधरी गांव में सोमवार को इफको की तरह से कर्मचारियों द्वारा किसानों के खेतों में ड्रोन की सहायता से नैनो यूरिया व डीएपी खाद का छिड़काव कराया गया। साथ ही कॄषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को खेतों में अच्छी पैदावार के लिए जागरूक किया गया।
एसएफए मयंक सिंह बताया कि खेतों में अच्छी पैदावार के लिए नैनो व दानेदार यूरिया छिड़काव जरूरी हैं। किसान पौधे पर छिड़काव के रूप में नाइट्रोजन की आवश्यकता पुरी की कर सकते है।वही खेतों में फसलों के लिए नैनो यूरिया से आसानी के साथ छिड़काव किया जा सकता है। जिससे खेतों में अच्छी पैदावार के साथ कृषि लागत में काफी कमी आएगी। नैनो व यूरिया के छिड़काव से पौधों का जल्द विकास होता है। साथ ही खेतो की मिट्टी भी स्वस्थ रहती है। जब तक खेतों में मिट्टी स्वस्थ रहेगी। फसलों की पैदावार अच्छी तरीके से होती रहेगी। नैनो यूरिया पर्यावरण के अनुकूल है। साथ ही फसल के उत्पादन में वृद्धि लाता है। यह खेतो में फसलों को कीट रोग प्रकोप भी बचता हैं। कहा कि नैनो यूरिया प्लस तरल में 20% नाइट्रोजन की मात्रा होती है। जो बाजार में 225 रुपए / 500 एमएल एक एकड़ के लिए होता हैं। साथ ही नैनो डीपीपी में 8% नाइट्रोजन और 16% फास्फोरस होता हैम जो बाजार में 600 रुपए में 500 एमएल प्रति एकड़ के लिए उपलब्ध है। और बेहतर उपयोग के लिए इसमें 150 रुपये 250 एमएल प्रति एकड़ सागरीका तरल का प्रयोग किया जा सकता है। जिससे पौधों का विकास तेजी से होता है। इस मौके पर विजय सिंह, महेश कुमार, रविकांत सिंह मौजूद रहे।