सकलडीहा। क्षेत्र के ईटवा गांव के शराब ठेके के समीप खुला कुंआ में गिरकर 58 वर्षीय दया राजभर राजगिर मिस्त्री की मौत हो गयी। घटना के बाद आसपास के दुकानदारों ने काफी प्रयास किया। लेकिन निकाल नहीं पाये। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम ने रेक्स्यू करके शव को बाहर निकाला। परिजनों की तहरीर पर शव को जिला अस्पताल पीएम के लिये भेज दिया। घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया।
सकलडीहा कस्बा के बसीटन राजभर के पुत्र दया राजभर राजगिर मिस्त्री है। 58 वर्षीय दयाराजभर विशुनपुरा गांव में काम करके घर लौट रहे थे। ईटवा गांव के समीप एक खुला कुंआ की जगत पर बैठकर आराम कर रहे थे। अचानक नींद की झपकी लगने पर कुंआ में गिर गये। आसपास के दुकानदारों ने झटपट रस्सी डालकर निकालने का प्रयास किया। दो बार ग्रामीणों ने निकालने का प्रयास किया लेकिन रस्सी से हाथ से सरक जाने पर कुंआ में गिरकर दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम ने रेक्स्यू करके शव को किसी तरह बाहर निकाला। घटना की जानकारी होने पर पत्नी सालती देवी पुत्र नटवर, धर्मेन्द्र प्यारे और बेटी सविता का रोते रोते बुरा हाल था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिये भेज दिया है। इस बाबत कस्बा प्रभारी वरूणेन्द्र राय ने बताया कि शव का शिनाख्त हो गया है। परिजनों की तहरीर पर शव को पीएम के लिये भेजा गया है।
इनसेट में……
खुला कुंआ की जगत में तीन बार गिर चुके है ग्रामीण
सकलडीहा। ईटवा गांव के शराब ठेके के समीप खुला कुंआ में अब तक तीन लोग गिर चुके है। पूर्व में ईटवा गांव का एक युवक और सकलडीहा कस्बा के दुकानदार भी गिर चुके थे। ग्रामीणों के प्रसास से दोनों को जिंदा बाहर निकाला गया था। लेकिन इस बार दया राजभर को ग्रामीण बचा नही पाये। ग्रामीण आरोप लगा रहे थे कि काश ग्राम सभा की ओर से कुंआ पर लोहे की जाली लगा होता तो बच जाती जान।