सकलडीहा। कोतवाली क्षेत्र के ओरवा गांव में मानसिक रूप से बिमार कक्षा पांच की छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया। घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लेकर पीएम की कार्रवाई में जुट गयी है। घटना को लेकर परिजनों का रोते रोते बुरा हाल है।
ओरवा गांव निवासी सत्तार अहमद के पांच पुत्र मुमताज उर्फ बुल्लू, सुल्ताज, अली हुसैन, सेराज, मेराह है। मेराज को छोड़कर सभी भाई मुम्बई में सिलाई करके परिवार का भरण पोषण करते है। मेराज घर से दूर गांव में परिवार लेकर रहता है। सुल्ताज की पत्नी नूरजहां बेगम तीन बेटियों रूक्साना, रूक्सार और रूबाना और दो बेटा जावेद और रमजान के साथ घर पर रहती है। रूक्साना को छोड़ मां और बेटिया सभी खेत में काम के लिये गयी हुई थी। बेटा सकलडीहा में पढ़ाई के लिये गया था। घर पर अकेली मानसिक रूप से बिमार 13 वर्षीय रूक्साना कमरे को अंदर से बंद करके लोहे की गाटर में फांसी लगाकर झुल गयी। गुरूवार को शहीद बाबा के मजार पर जाने के लिये गांव की लड़किया उसे बुलाने आयी थी। दरवाजा नहीं खुलने पर उसके दादा और मां को सूचना दिया। मौके पर पहुंचे परिजनों ने खिड़की से झांककर देखा तो किशोरी फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। इस बाबत कस्बा प्रभारी वरूणेन्द्र राय ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पीएम की कार्रवाई की जायेगी।