चंदौली। तेरी मेहरबानियां तेरी कदरदानिया कुर्बान तुझ पे मेरी कई जिन्दगानिया काल्पनिक गाना सच मे चरितार्थ हो गया इसका प्रत्यक्ष प्रणाम मुगलसराय खुटहा बाजार में देखने को मिला जब मालिक का वफादार कुत्ता बहादुर अपने मालिक के मृत शव के पास अचेत अवस्था मे पड़ा रहा। जिसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है।
बताते है कि मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के खुटहा बाजार में विजय कुमार 60 वर्ष का बुधवार की देर रात बंद कमरे में छत विक्षत अवस्था मे शव मिला। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो कमरे से दुर्गंध उठने लगा इससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया पुलिस ने शव को कब्जे में कर लोगो की देख रेख में पंचनामा कर पत्नी को शौप दिया।
लेकिन शव के पास एक आश्चर्यजनक मामला देखने को मिला जब डेढ़ वर्षीय बहादुर नामक मालिक का वफादार पालतू कुत्ता विजय कुमार के छत विक्षत मृत शरीर के पास अचेत अवस्था में पड़ा मिला। जिसको देखने के बाद क्षेत्र में तरफ तरफ की चर्चाएं होने लगी। कड़ी मसक्कत के बाद किसी तरह मृतक विजय कुमार की पत्नी सुमन ने बहादुर को उसके मालिक के मृत शरीर से उसको अलग किया। और कमरे से बाहर किया निकाल कर उसको पानी पिलाया तो बहादुर कुछ बोलने की स्थिति में आया और अपने मालिक की वियोग में भौं भौं मालिक को याद करने लगा। ये नजारा देख आस पास के लोगो की आखों में आशु आ गए। आस पास के लोगो ने बताया कि बहादुर करीब पांच दिनों से बिना कुछ खाये भूखे प्यासे अपने मालिक विजय कुमार के शव की रखवाली कर रहा था। कि कब मालिक जगेगा और उसको कुछ खाने को देगा।
जबकि कोई दूसरा कुत्ता होता तो अपनी भूख मिटाने के लिए सड़े हुए शरीर को खा सकता था। लेकिन उसके मालिक का शरीर छत विक्षत होने के बावजूद बहादुर ने अपने मालिक के मृत शरीर को छुआ तक नहीं बल्कि उसके शव के पास अचेत अवस्था में पड़ा रहा और शव की रखवाली कर रहा था।
अब बहादुर को लेकर मालकिन सुमन को उसकी चिंता सताने लगी है। सुमन वाराणसी में नौकरी कर किसी तरह अपना जीवन बिता रही है। अब बहादुर की इसकी देखभाल कौन करेगा