चहनियां गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से आस पास के किसानों व ग्रामीणों में दहशत का माहौल कायम हो गया है। वही गंगा के लगातार बढ़ोत्तरी से घाट पर बनी मंदिर व सीढ़िया पानी मे समाहित हो चुकी है। सोमवार को रात में 12 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ने से बलुआ घाट पर लगा गंगा आरती के सामानों को लोग सुबह से ही हटाने में लगे रहे ।
बता दे कि पिछले एक सप्ताह में करीब 15 फ़ीट जलस्तर बढ़ा है। बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा घाट पर बना मन्दिर का कुछ ही हिस्सा डूबने से बचा है। घाट पर गंगा आरती के लिए मंच,लाइट्स,स्पीकर आदि समान को गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने हटाकर सुरिक्षत स्थान पर रखवा दिया।

गंगा तट के किनारे बसे गांव कांवर,महुअरिया,बिसुपुर,महुआरी खास,सराय,बलुआ,डेरवा,महुअर कला,हरधन जुड़ा,बिजयी के पूरा,गणेश पूरा, टाण्डाकला,बड़गांवा,तीरगांवा, हसनपुर,नादी निधौरा आदि गांवो के किसानों व ग्रामीणों को गंगा कटान से दहशत हो रहा है।अब तक दर्जन भर गांवो के किसानों की हजारो एकड़ उपजाऊ जमीन गंगा में समाहित हो चुकी है ।