Young Writer, चंदौली। ग्रीष्म ऋतु अब पूरे शबाब पर है। पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव के गैरहाजिरी के कारण पारा दिन प्रतिदिन तेजी से चढ़ रहा है। इस कारण मध्य भारत के ऊपरी वायुमंडल पर उपस्थित प्रतिचक्रवात के कारण गर्म हवाओं के अधोगमन तथा दिन के समय सतही स्तर पर गर्म पश्चिमी मरूस्थलीय एवं मैदानी क्षेत्रों से आ रही अपेक्षाकृत गर्म एवं शुष्क पछुवा हवाओं के कारण सतही विकिरणीय ऊष्मन बढ़ा है।
इसी के फलस्वरूप चार अप्रैल को अधिकतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस से अधिक की प्रभावशाली वृद्धि हुई। इसके साथ इस सीजन में पहली बार पारा 42 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर गया। राज्य कृषि मौसम केंद्र प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि चार अप्रैल को दिन के वक्त अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस के उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया, जो दीर्घकालीन जलवायवीय औसत से लगभग 6 डिग्री अधिक है। इस दौरान दिन के समय अधिकतम 23-24 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज गर्म एवं शुष्क पछुवा हवाएं चलने के कारण न्यूनतम सापेक्षिक आर्द्रता गिरकर 9 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गयी। इसके साथ ही कोई सक्रिय मौसम प्रणाली न होने के कारण आगामी 4-5 दिनों के दौरान मौसम शुष्क रहेगा, जिसकी वजह से तापमान में हो रही क्रमिक वृद्धि के परिणामस्वरूप जनपद में लू का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। ऐसे में लोगों को दिन के वक्त तेज धूप व लू के थपेड़ों से बचने की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही से हीट-स्टोक का शिकार हो सकते हैं। लिहाजा दोपहर के वक्त घरों के अंदर रहें और बाहर निकलते समय अपने आप को अच्छी तरह से कपड़ों से ढक लें।