चहनिया। श्री रामलीला समिति रामगढ़ द्वारा रामलीला मंचन में राम व रावण की सेना में युद्ध हुआ। लक्ष्मण और मेघनाथ के बीच भयंकर युद्ध के बीच मायावी मेघनाद द्वारा छोड़ी गई शक्ति से लक्ष्मण के मूर्छित होते ही वानर सेना में हाहाकार मच गया। प्रभु राम लक्ष्मण की मूर्छा पर दारुण विलाप का दृश्य देखकर दर्शकों की आंखें नम हो उठीं। रामलीला की शुरुआत ब्यास शोभनाथ पाण्डेय,डॉ0संजय त्रिपाठी, धनञ्जय सिंह, व प्रभुनारायण सिंह द्वारा श्री राम चन्द्र जी की आरती करके की गई। लक्ष्मण मूर्छा और कुंभकरण वध की लीला प्रभावी ढंग से मंचन किया। वानर सेना अभिमानी रावण की लंका पर चढ़ाई करती है। भगवान श्रीराम के योद्धा रावण की सेना से बड़े-बड़े योद्धाओं को यमपुरी पहुंचा देते हैं। रावण का पुत्र मेघनाथ लक्ष्मण को युद्ध करने की चुनौती देता है। लक्ष्मण और मेघनाथ के बीच घनघोर युद्ध होता है।




मायावी मेघनाथ शक्ति के प्रहार से लक्ष्मण को मूर्छित कर देता है। प्रभु राम दारुण विलाप करते हैं और पूछते हैं कि लक्ष्मण को बचाने का कोई तो उपाय होगा। विभीषण बताते हैं कि लंका में सुषेण वैद्य लक्ष्मण के प्राण बचा सकते हैं, लेकिन उन्हें वहां से लाना संभव नहीं है। हनुमान लंका पहुंचकर वैद्य को उनकी कुटिया सहित ले आते हैं। भगवान राम के विनती करने के बाद सुषेण वैद्य बताते है। कि हिमालय पर्वत पर संजीवनी बूटी मिलेगी। प्रात: होने से पहले बूटी लक्ष्मण को मिल गई। तो लक्ष्मण के प्राण बच सकते हैं। हनुमान संजीवनी बूटी लेने के लिए हिमालय पर्वत की ओर कूच करते हैं। हनुमान बूटी लेकर रामादल पहुंचते हैं। लक्ष्मण संजीवनी बूटी पीते ही जीवित हो उठते हैं। लक्ष्मण की मूर्छा टूटने पर रामादल में जय श्रीराम के जयकारों से वातावरण रामगढ़ में डेढ सौ साल से ज्यादा पुरानी रामलीला का मंचन हो रहा है । इस बार दशहरा पर बाबा कीनाराम मठ में लगे दो दिवसीय मेले में दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी इस बीच प्रभु श्री राम और रावण के बीच युद्ध का रोमांचक मंचन किया गया। लंबी लड़ाई के बाद प्रतीकात्मक रूप से रावण का वध किया। इसके बाद रावण का 35 फुट लम्बा पुतला दहन किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से विजय प्रताप सिंह,राधेश्याम पाण्डेय,रमेश चंद्र पाण्डेय,सारनाथ पाण्डेय,प्रधान रमाकांत यादव,श्यामलाल सिंह,विनोद पाण्डेय,कौशलेंद्र सिंह,सुभाष सिंह, रितेश पाण्डेय,पाटिल,ऋषिकेश यादव,अर्पित पाण्डेय,गिरधर पाठक, प्रभुनाथ पाण्डेय,विजय कुमार पांडेय,मुन्ना पाण्डेय,खदेरन पाण्डेय ,रविन्द्र सिंह,रमेश सिंह, राजेश सिंह, संजय पाण्डेयआदि लोग उपस्थित रहे।