Young Writer, वाराणासी। भारत त्यौहारों का देश है ,यहां एक त्यौहार बीतते ही नए त्यौहार का आगमन हो जाता है परन्तु कुछ ऐसे त्यौहार है ,जिसको मनाने में कितना भी उमंग लगाए कम ही लगता है।ऐसा ही उत्सव देवोत्सव कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर वाराणासी के अस्सी घाट पर खुशी की उड़ान संस्था एवं मां गंगा सेवा समिति तथा ब्रम्हराष्ट्र एकम के संयुक्त तत्वावधान में देव दीपावली का आयोजन दीप प्रज्जवल एवं रंगोली प्रतियोगिता कराकर किया।

रंगोली अपनी अनुपम छटा पूरे घाटों में सबके आकर्षण का केंद्र बना हुआ था कही महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने वाले रंगोली तो कही सेव द ब्लड की रंगोली ने लोगो को जागरूक किया।रंगोली को 10 टीमो में 50 से ज्यादा लोगो ने सहर्ष प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर संस्था की संस्थापिका सारिका दुबे ने कहा की काशी की देव दीपावली विश्व प्रसिद्ध देव दिवाली है जिस दिन छत्तीस कोटि के देवी देवता धरती भ्रमण करने निकलने है इसलिए धरती को स्वर्ग की तरह सजाते है, हमारा सौभाग्य है की हमारी संस्था खुशी की उड़ान को आज के दिन घाटों को सजाने और प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हुआ। वही मां गंगा सेवा समिति के श्रवण मिश्र जी ने कहा की हम वर्षों से मां गंगा की सेवा तथा देव दीपावली का आयोजन करते आ रहे है। इस वर्ष विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली को देखने 3 लाख से ज्यादा बाहरी श्रद्धालु आए है। हम सभी श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है। वही इस मौके पर संस्था के पदाधिकारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयप्रकाश कुशवाहा, महासचिव देव जायसवाल, उपाध्यक्ष जनार्दन शर्मा, सचिव विकास गुप्ता, सचिव ऋतिक कुमार, सुकन्या, कृतिका, रितेश, विशाल, विवेक, आदित्य उपस्थित रहे।