नौगढ़ क्षेत्र में विद्यालय नहीं खुलने से मायूस लौटी स्वास्थ्य विभाग की टीम
Young Writer, नौगढ़। क्षेत्र के कई विद्यालयों पर लटके ताले गुरुवार को नहीं खुले। नतीजा कोविड का टीका लगाने की आश में आए चिकित्सकीय टीम ने घंटों इंतजार कर वापस लौटना पड़ा। स्थिति यह है कि विद्यालयों का असहयोगात्मक रवैया कोविड–19 टीकाकरण कार्यक्रम में बाधक बन रही है और 15-18 वर्ष के बच्चों को टीका नहीं लग पा रहा है।
बताया जाता है कि 15 से 18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण कार्य प्रक्रिया चल रही है।। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की गठित 12 टीमें प्रति कार्य दिवस में निर्धारित विद्यालयों में टीकाकरण करने के लिए पहुंच रही है। जहां पर ताला लटकने से बच्चों की उपस्थिति नहीं होने के बावजूद भी घंटों इंतजार कर मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। इस दौरान चिकित्सकीय टीम द्वारा विद्यालयों के प्रबंधक व प्रधानाचार्य को बार-बार फोन करके विद्यालय खुलवाने का प्रयास भी रंग नहीं ला पा रहा है। ऐसे में टीम अपने गंतब्य को वापस होना पड़ रहा है। जबकि विद्यालयों के जिम्मेदारान फर्जी रिपोर्टिंग विभागीय उच्चाधिकारियों को करके शाबाशी लेने की होड़ में लगे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा.अवधेश सिंह पटेल ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण मे 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किए जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की गठित सभी 12 टीम को निर्धारित विद्यालयों पर जाने से पूर्व ही प्रबंधक व प्रधानाचार्य को सूचित किया जा रहा है। फिर भी न तो विद्यालय का ताला खुल रहा है और न ही बच्चों की मौजूदगी ही सुनिश्चित हो पा रही है। स्थिति इतनी खराब है कि 12 विद्यालयों में करीब 100 बच्चों का ही टीकाकरण कर पाना बमुश्किल हो जा रहा है जबकि गांवों में टीकाकरण कार्यक्रम निर्धारण होने पर 300 से अधिक टीकाकरण हो जा रहा है। त्यागी जी महाराज एजुकेशनल इण्टर कालेज विशेषरपुर मे 15 से 18 वर्ष के कुल 284 बच्चों को कोविड टीकाकरण किया जाना था, जहां पर 3 दिनों तक पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मात्र 48 बच्चों का टीकाकरण काफी प्रयास के बाद भी कर पाई है। गुरुवार को संगम हाईस्कूल का ताला ही नहीं खुला।