फर्जी मुकदमा वापस लेने व अपनी तहरीर पर मुकदमा कायम करने की मांग अड़े
Young Writer, चंदौली। जिला प्रशासन व पुलिस की कार्य प्रणाली से खफा अधिक्ता बुधवार को एक बार फिर सड़क पर उतर आए। नाराज अधिवक्ताओं से सर्विस रोड की दोनों लेन को रोक दिया और धरने पर बैठ गए। अधिवक्ताओं ने प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। कहा कि उनके साथी संजय सिंह पर डिप्टी आरएमओ अनूप श्रीवास्तव द्वारा दर्ज फर्जी एफआईआर को वापस नहीं लिया गया। साथ ही अधिवक्ताओं की तहरीर पर चंदौली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की। इस प्रकरण में एसडीएम के भरोसे के बाद भी कुछ नहीं दिया। ऐसे में हम सभी को एक बार फिर सड़क पर उतरना पड़ रहा है। चेताया कि अबकी बार अधिवक्ता किसी भी आश्वासन से मानने वाले नहीं है और आर-पार की लड़ाई के मूड में है।

इस दौरान गुस्साए अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सर्विस रोड पर जमा हो गए। देखते ही देखते अधिवक्ताओं की भीड़ बढ़ने लगी तो वहां मौके पर यातायात व न्यायालय सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों ने महकमे को इसकी जानकारी दी। अधिवक्ताओं के आंदोलन के कारण कुछ ही समय में पूरा का पूरा चंदौली नगर जाम की चपेट में आ गया। उधर, दूसरी ओर से पुलिस-प्रशासन नाराज अधिवक्ताओं को मनाने में जुटे रहे। विदित हो कि गत दिनों धान खरीद को लेकर नवीन मंडी में किसानों व क्रय केंद्र पर तैनात कर्मचारियों में तनातनी हो गयी थी। इस प्रकरण में कर्मचारियों के एक दिनी हड़ताल के बाद डिप्टी आरएमओ ने दो नाम समेत सैकड़ों किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। जब इस प्रकरण की जानकारी अधिवक्ताओं को हुई तो वे सड़क पर आए गए। उस वक्त एसडीएम ने अधिवक्ता संजय सिंह पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने के साथ ही मामले के निस्तारण का भरोसा दिया था। लेकिन इस प्रकरण में कोई कार्यवाही नहीं होता देख बुधवार को एक बार फिर आक्रोशित अधिवक्ता लामबंद हो गए और जिला प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर आए। अधिवक्ताओं के धरना-प्रदर्शन व चक्काजाम से जिला प्रशासन में हड़कंप की स्थिति मची हुई है, क्योंकि अबकी बार अधिवक्ता मामले के निस्तारण व अपनी तहरीर पर मुकदमा कायम किए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं।