सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से विवाद किसान को भारी पड़ा
Young Writer, चकिया। सिंचाई विभाग के कार्यालय में सोमवार की दोपहर भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष को किसानों की समस्याओं की शिकायत करना महंगा पड़ गया। सिंचाई विभाग मे किसान नेता और अधिकारियों हुई नोक-झोंक की सूचना पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने शांति भंग में किसान नेता को जेल भेज दिया। प्रेमप्रकाश मीणा की कार्यवाही से किसानों में हड़कंप मचा हुआ है।
सोमवार की दोपहर भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष वीरेंद्र पाल किसानों के साथ सिंचाई विभाग के दफ्तर में नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने की शिकायत करने पहुंचे थे। शिकायत करने के दौरान सिंचाई विभाग के अधिकारियों और किसानों में वाद विवाद शुरू हो गई देखते ही देखते मामला गरम हो गया। सिंचाई विभाग के एक्सईएन सर्वेश चंद्र सिन्हा ने तत्काल मामले की जानकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा को दी। जिस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने पुलिस टीम को भेजकर भाकियू के तहसील अध्यक्ष विरेंद्र पाल को हिरासत में करा लिया। देर शाम तक वीरेंद्र पाल की जमानत याचिका को खारिज करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने उसे शांति भंग की 151 की धारा में जेल भेज दिया।