Young Writer, इलिया। बेसमेंट में पानी भरने के कारण दिल्ली मे हुई तीन मासूम छात्रों के मौत के बाद भी प्रशासन की नजर बेसमेंट में चल रहे लाइब्रेरी व कोचिंग सेंटर पर नहीं पड़ रही है। प्रदेश सरकार ने बेसमेंट में संचालित सभी शिक्षण संस्थानों और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और उन्हें तुरंत बंद कराने के निर्देश दिए थे। बावजूद सैदूपुर मनकपड़ा रोड पर आधा दर्जन बेसमेंट में चल रहे लाइब्रेरी व कोचिंग सेंटर पर सख्त निर्देशों के संचालन हो रहा है।
निर्देश के बाद भी संचालक मानकों और सुरक्षा उपायों को पूरी तरह से दरकिनार कर रहे है। प्रशासन की आंखों के सामने चल रहे इस गैरकानूनी संचालन ने सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बेसमेंट में चल रहे लाइब्रेरी व कोचिंग सेंटर में न तो कोई उचित निकासी का प्रबंध है। न ही आगजनी जैसी आकस्मिक घटनाओं से निपटने के लिए कोई सुरक्षा उपाय, जिससे किसी भी आपात स्थिति में यहां फंसे छात्रों की जान को बड़ा खतरा हो सकता है। बावजूद इसके, लाइब्रेरी संचालक बेखौफ होकर छात्रों के जान को जोखिम में डाल रहे हैं। एक ओर, जहां प्रदेश सरकार ने सभी जिलों को ऐसे खतरनाक संस्थानों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए है, वहीं दूसरी ओर सैदूपुर में प्रशासन की निष्क्रियता ने छात्रों की सुरक्षा को गंभीर संकट में डाल दिया है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी दिव्या ओझा ने कहा कि शासन के मंशानुसार छात्रों के सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए बेसमेंट में संचालित इस तरह के संस्थानों पर कार्यवाही करते हुए शीघ्र बंद कराया जाएगा।