एक सप्ताह के अंदर एमसीएस विंग में शुरू हो जाएगा लैब
चंदौली। कोरोना आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट के लिए चंदौली जिला आत्म निर्भर होगा। इसके लिए सभी जरूरी उपकरणों की खरीद स्वास्थ्य विभाग की ओर से कर ली गयी है। सीएमओ डा. वीपी द्विवेदी के दावों पर यकीन किया जाय तो एक सप्ताह के अंदर हेरिटेज मातृ एवं शिशु अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच लैब पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेगी। ऐसे में पूरे जनपद से कलेक्ट नमूनों की जांच का काम शुरू हो जाएगा। इससे वाराणसी के बीएचयू सहित दूसरे जनपदों से निर्भरता भी खत्म होगी।
इस बाबत सीएमओ डा. वीपी द्विवेदी ने बताया कि करीब 12.50 लाख रुपये की लागत से आरटीपीसीआर जांच लैब स्थापित करने के लिए आवश्यक सभी उपकरणों की खरीद को मुकम्मल कर दिया गया है। इसे स्थापित करने के लिए एमसीएस विंग में एक कमरा आरक्षित भी किया जा चुका है। उपकरणों को स्थापित करने के लिए दो-तीन दिन में इंजीनियर चंदौली आ जाएंगे और उपकरणों को इंस्टाल करने के काम को मूर्त रूप देंगे। उम्मीद है कि सप्ताह भर के अंदर आरटीपीसीआर रिपोर्ट की जांच चंदौली में होने लगेगी। इससे दूसरे जनपदों पर निर्भरता समाप्त होगी और इससे जांच रिपोर्ट आने में लगने वाले समय की भी बचत होगी। बताया कि फिलहाल चंदौली जनपद में एकत्रित नमूनों को जांच के लिए आजमगढ़ भेजा जा रहा है, जहां से रिपोर्ट प्राप्त होने में 24 से 48 घंटे लग जा रहे है। इसके पूर्व जांच रिपोर्ट बीएचयू लैब से प्राप्त होती थी, लेकिन आठ दिनों से बीएचयू में आरटीपीसीआर की सेवाओं को बंद कर दिया गया है। जिसका बहुत व्यापक प्रभाव नहीं है। अब चंदौली इस मामले में खुद आत्मनिर्भर होने की दिशा में अग्रसर है।