चंदौली। सेना में भर्ती होकर देश की सेवा का जज्बा पाले युवाओं के लिए यह बड़ी खबर है। यदि कोई व्यक्ति सेना में भर्ती कराने का दावा करे और इसके एवज में पैसों की मांग कर तो समझ जाइए कि आप धोखाधड़ी व जालसाजी का शिकार होेने वाले हैं। ताजा मामला चंदौली के धानापुर इलाके से जुड़ा है, जहां के पांच युवा जबलपुर में जेल की हवा खा रहे हैं।
सेना में नियुक्ति कराने का बड़ा फर्जीवाडा सामने आया है। धानापुर क्षेत्र के पांच युवाओं को जालसाज ने लाखों रुपये ठग लिए और वाराणसी सेना छावनी की मुहर व अन्य कागजात के साथ फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उन्हें जबलपुर सेना कार्यालय भेज दिया। वहां सेना के अफसरों की पड़ताल में कागजात फर्जी पाए जाने पर युवकों के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के प्रकाश में आने के बाद युवकों के परिजन जालसाज रविकांत उर्फ मक्खू यादव को ढूंढ रहे है।
परिजनों के मुताबित उक्त जालसाज रविकांत ने खुद को सेना के रिटायर्ड कर्नल का खास बताते हुए लड़कों को नौकरी दिलाने के नाम पर सात-सात लाख रुपये लिए। कुछ लोगों ने पैसा दे दिया तो कुछ ने नौकरी के बाद पैसा चुकाने की बात कही। उक्त जालसाज ने कूटरचित नियुक्ति पत्र तैयार करके युवकों को पकड़ा दिया। जिस पर वाराणसी सेना छावनी की मुहर थी। जालसाज के कहे मुताबिक युवा उक्त दस्तावेजों के लिए जबलपुर पहुंचे, जहां उन्हें 10 दिनों तक क्वारंटीन रखा गया। बाद में जब सेना ने नियुक्ति पत्र व दस्तावेज की जांच की तो वे फर्जी निकले और पांच के खिलाफ जालसाजी में मुकदमा दर्ज हुआ। इस बाबत 13 सितंबर को परिजनों को इंटरनेट के माध्यम से युवकों के खिलाफ हुई कार्यवाही की जानकारी हुई। इसके बाद प्रसहटा निवासी अमित यादव की माता मिन्ता देवी को उनके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की जानकारी हो चुकी थी। वहीं नवपुरा गांव के गोविंद यादव को फर्जी नियुक्ति पत्र मिला था। पिता जयप्रकाश यादव ने बताया कि रविकांत यादव से सात लाख की बात हुई थी। उनके बेटे के छह माह पूर्व ही उसने भर्ती कराने को कहा था।