संविधान दिवस संगोष्ठी को संबोधित करते मुख्य अतिथि।
चंदौली। मुख्यालय स्थित एक लान में शुक्रवार को लार्ड बुद्धा डा.अम्बेडकर सेवा समिति के तत्वावधान में संविधान दिवस के अवसर पर संगोष्ठी एवं जिलास्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान डा. भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।
इस दौरान मुख्य अतिथि कमिश्नर राम कुमार ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में जमींदारी प्रथा को लागू कर बांटो और राज करो का नियम बनाकर देश में ब्रिटिश शासन लागू किया। आजादी के बाद डा. अंबेडकर ने भारतीय परिस्थिति के अनुसार संविधान बनाया। बताया कि संविधान किसी देश का मूल ग्रंथ है, जिसके द्वारा उस देश का शासन चलता है। भारतीय संविधान में व्यक्तिगत और सामूहिक उत्तरदायित्व दिया गया है। इसके तहत शक्ति पृथक्करण का सिद्धांत निहित है। कहा कि डा. अंबेडकर को याद करने के लिए इस दिन को विधि दिवस के स्थान पर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। कहा कि देशवासी अगर अपने संविधान को पढ़ लें तो उन्हें धार्मिक ग्रंथों को पढ़ने की आवश्यकता ही नहीं होगी। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन प्रसाद आर्य, प्रदेश उपाध्यक्ष राम जनम बागी, विनोद कुमार, आरके गौतम, परवेज कादिर खान, शोभना नार्लीकर, रामसुभाष, सीमा प्रजापति, चंद्र भास्कर, अनिल मोरे, सिदार्थ बाहु, शैलेश कुमार आदि उपस्थित रहे।