Young Writer, इलिया। शहाबगंज ब्लाक क्षेत्र के वनभिषमपुर में संचालित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में चिकित्सक आते ही नहीं हैं। इसके चलते मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ता है। इस बाबत जब संबंधित विभाग के डीएचओ डॉ. इन्दु विश्वकर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि चिकित्सकों के गैर हाजिरी की जानकारी नहीं है। अगर चिकित्सक अस्पताल नहीं पहुंचते हैं तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
विदित हो कि वनभिषमपुर के इस अस्पताल की कुछ वर्ष पहले तक अलग पहचान थी। यहां मुसाखाड़, ढोढनपुर, ताला तेनुई, छित्तमपुर व यूपी बॉर्डर से सटे बिहार के रामगढ़ आदि के गावों के मरीज अपना इलाज कराने आते थे। यहां डॉक्टर नियमित मरीज देखते थे। लेकिन कुछ साल से इस अस्पताल की पहचान धूमिल हो गई है। वजह यह कि यहां डॉक्टर ही नहीं आ रहे हैं। लोग आते हैं और डॉक्टर के न रहने पर बिना ईलाज कराए ही लौट जाते हैं। यह क्रम लंबे समय से बरकरार है, जिससे लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि उच्चाधिकारियों द्वारा कभी भी होम्योपैथिक अस्पताल का निरीक्षण कर वहां की सुविधाओं व संसाधनों का मुआयना कर उसे बेहतर करने का प्रयास नहीं किया गया। यही वजह है कि अस्पताल अब शोपीस बनकर रह गया है। वहीं चिकित्सक भी लगातार लापरवाही बरत रहे हैं।