Young Writer, इलिया। क्षेत्र के बनरसिया गांव स्थित हरिजन बस्ती में गुरुवार की दोपहर अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। इसके बाद आग ने विकराल रूप ले लिया। और आज की चिंगारी तीन घरों तक जा पहुंची। आज की लपटे उठना देखकर घरों में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया लोग किसी तरह जान बचाकर घर से बाहर निकले और अपने घरों में बंधे कुछ मवेशियों को बाहर निकाल लिया लेकिन कुछ मवेशी आग की चपेट में आने से जलकर खाक हो गए। और उनकी मौत हो गई। वहीं लोगों ने तत्काल इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दिया। लेकिन सूचना के घंटे बाद भी मौके पर फायर ब्रिगेड नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने किसी तरह कड़ी मशक्कत के बाद आज पर काबू पाया। लेकिन तब तक गृहस्थी का सामान जलकर राख हो चुका था। वही परिवार की महिलाएं और बच्चियों का रो-रोकर पूरी तरह से बुरा हाल था। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवारों को तहसील व जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार बनरसिया गांव स्थित हरिजन बस्ती में गुरुवार की दोपहर अज्ञात कारणों से आग लग गई जिसमें गांव के रामदुलार राम की दो मोटरसाइकिल दो साइकिल चलकर राख हो गई। मड़ई में बंधी एक गए झुलस गई। इसके अलावा रामदुलारे की पत्नी जीआछी देवी (60 वर्ष) आग बुझाने में झुलस गई। वहीं इसके अलावा पड़ोसी हेमराज की मड़ई में बधी चार बकरियों की आज की चपेट में आने से जलकर मौत हो गई। वही 12 मन गेहूं सहित अन्य खाद्य सामग्री और साइकिल इत्यादि सामान जलकर खाक हो गया। वहीं पड़ोसी राधे राम के घर में रखा टिल्लू इंजन पाइप बाइक साइकिल के साथ-साथ गृहस्थी का सामान भी पूरी तरीके से जलकर राख हो गया। इसके अलावा राधे राम की भी एक भैंस आंख की चपेट में आकर झुलस गई।
आग लगने के बाद किसी तरह ग्रामीणों की मदद से तीनों परिवारों के घरों में कुएं से पानी खींचकर आग बुझाई गई। वही उनके घरों में रखा कुछ सामान लोगों ने बाहर निकलवाया। हालांकि आग लगने के बाद अब तीनों परिवार के लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने पीड़ित परिवारों को तहसील और जिला प्रशासन से उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है जिससे कि उनका जीविकोपार्जन हो सके।
सूचना देने के बावजूद भी नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड
बनरसिया गांव स्थित हरिजन बस्ती में अज्ञात कारणों से लगी भीषण आग के बाद ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को घटना की जानकारी देते हुए सूचना दिया लेकिन सूचना के बावजूद भी फायर ब्रिगेड में तैनात कर्मचारी करते रहे और आग लगने तक नहीं पहुंचे। आग बुझाने जाने के डेढ़ घंटे बाद पहुंचे फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने खाना पूर्ति किया। ऐसे में फायर ब्रिगेड के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने जिला प्रशासन से लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
किसी तरह मजदूरी और ठेला लगाकर जीविकोपार्जन करते हैं परिवार के लोग
बनरसिया गांव में अज्ञात कारणों से आग लगने के बाद आग लगी में रामदुलार और राधे राम के परिवार के लोग किसी तरह मजदूरी कर अपना जीविकोपार्जन करते हैं इसके अलावा हेमराज अपना ठेला लगाकर फेरी करके ट्रॉफी बिस्कुट की बिक्री करते हुए अपने जीविका चलाते हैं। लेकिन आग लगी की घटना के बाद ठेला भी जलकर राख हो गया ऐसे में उनके सर पर संकटों का पहाड़ टूट पड़ा।
परिजनों का रो-रोकर था बुरा हाल
बनरसिया गांव में आगलगी की घटना के बाद पीड़ित परिवारों के साथ-साथ उनके घर की महिलाओं और बच्चियों का रो-रोकर पूरी तरीके से बुरा हाल था। उनका कहना था कि अब उनका जीविकोपार्जन कैसे चल पाएगा। और वह अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं।