50 वर्ष पूर्व बने पानी टंकी से अभी भी पूरी क्षमता के साथ नगर में हो रही सप्लाई
Young Writer, चंदौली। नगर के वार्ड नंबर 6 इंदिरा नगर में स्थित जल निगम द्वारा बनाए गए। 50 वर्ष पूर्व पानी टंकी से अभी भी पूरी क्षमता के साथ नगर में पानी की सप्लाई हो रही है। कालातीत हो चुके पानी टंकी की हालत अब जर्जर होने लगी है। कभी भी इसके धराशायी होने का खतरा मंडरा रहा है। यह पानी टंकी यदि धरासायी हुआ तो नगर में बड़ी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है।
लेकिन नगर पंचायत द्वारा जर्जर हो चुके इस पानी टंकी के मरम्मत का प्रयास नही किया गया। डर तो इस बात का है। कि इस पानी टंकी के नीचे इंद्रा नगर का पूरा वार्ड बसा हुआ है। यदि कभी हादसा हुआ तो नगर में पेयजल संकट के साथ बड़ी छति का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि वर्ष 1974 में जल निगम द्वारा सबसे पहला पानी टंकी का निर्माण चंदौली नगर में कराया गया था। और नगर पंचायत बनने के बाद उसको सुपुर्द कर दिया गया था। यह पानी टंकी 10 हजार लीटर क्षमता का है। जिसकी ऊंचाई 15 मीटर है। इस पानी टंकी से नगर में 50 वर्षों से पेयजल सप्लाई की जा रही है। बाद में आबादी बढ़ने के बाद नगर में पानी की किल्लत होने लगी जिसके लिए वर्षों बाद नगर पंचायत द्वारा दो बड़ी पानी टंकियां बनाई गई। तब जाकर नगर वासियों को पानी से राहत मिली। बावजूद इसके 50 वर्ष पुराने पानी टंकी से नगर के सहित आसपास के कई मोहल्लों में सप्लाई जारी है।
वर्तमान में इस पानी टंकी की हालत अत्यंत दयनीय हो चुकी है। पानी टंकी का प्लास्टर फटने लगा है। और पिलर में कई जगह दरारें आ चुकी हैं। सीमेंट व क्रांकीट सरिया से अलग होने लगे हैं। ऐसी स्थिति में भी पानी टंकी से पानी सप्लाई निरंतर जारी है। और तो इस पानी टंकी के नीचे कान्हा गौ आश्रम स्थापित होने से दर्जनों कर्मचारी हर रोज ड्यूटी में तैनात रहते हैं। यदि कभी पानी टंकी धराशायी हुआ। तो जनहानि के साथ इंद्रा नगर का अधिकांश वार्ड चपेट में आ सकता है। इससे पूरे नगर की पेयजल व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है। प्रशासन व नगर निगम यदि जल्द कोई पहल नहीं करता है। तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।
इस बाबत अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है। जहां भी पानी टंकी का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है‚ उसे जल्द ठीक करा दिया जाएगा।