नामांकन के पहले दिन पर्चा लेकर राजनीतिक चर्चाओं में छाई पदमा किन्नर।
Young Writer, Election News: वाराणसी संसदीय क्षेत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी के चुनाव लड़ने के चर्चाओं के बीच अब चंदौली लोकसभा के चुनाव में किन्नर समाज की इंट्री हुई है। नामांकन के पहले दिन मंगलवार को पदमा किन्नर ने पर्चा लेकर खूब सुर्खियां बंटोरी। पदमा किन्नर शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विधवा आश्रम जैसे महत्वपूर्ण व बुनियादी मुद्दों के साथ चुनाव मैदान में होंगी।
जनपद के मिनी महानगर अंतर्गत वार्ड नंबर-11, मवई खुर्द निवासी पदमा किन्नर समाज में बदलाव लाने की अपनी महत्वकांक्षाओं के साथ लंबे समय से समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। बीते निकाय चुनाव में सोनू किन्नर की जीत ने उनके राजनीति में आकर जनसेवा करने के सपनों को पंख लगाया। फिलहाल वे इंडियन नेशनल पार्टी के झंड़ा व बैनर तले लोकसभा चंदौली का चुनाव लड़ेंगी। उनके चुनाव लड़ने के दृढ़ संकल्प के साथ ही चंदौली के मतदाताओं के लिए एक नया विकल्प मिला है, जो बुनियादी सवालों के साथ राजनीतिक में अपनी दखल को सुनिश्चित करना चाहती है।
उनके चुनावी घोषणा पत्र पर गौर करें तो जाति, पंथ व संप्रदाय से इतर पदमा किन्नर वे तमाम सुविधाएं चंदौली के लोगों को देना चाहती है जो उनके जीवन स्तर में सहूलियत व सुविधाएं लाएं। उनके घोषणा पत्र में स्त्रियों, किसानों व नौजवानों को प्राथमिकता दी गई है। यह वजह है कि वृद्धाश्रम के साथ विधवा आश्रम की स्थापना एवं उसका संचालन करने की इच्छा रखती है। इसके अलावा वृद्धजनों को एक लाख रुपये सलाना आर्थिक मदद, गरीब युवाओं व कन्याओं को प्रति वर्ष 10 हजार का भत्ता देना उनके वादे में शामिल है। वहीं अस्पताल व रोजगार केंद्र के साथ ही विधानसभा स्तर पर खेल मैदान, विद्यालय, अस्पताल व तालाबों को सुदृढ़ कर जल संरक्षण करना है।
इसके अलावा विधानसभा स्तर पर बड़े मार्केट को स्थापित करके गरीब किसान एवं व्यापारियों को क्रय-विक्रय की सुविधा मुहैया कराना है। इतना ही नहीं कन्याओं की शादी के लिए दो से पांच लाख की आर्थिक मदद एवं वृद्धजनों के निधन पर परिजनों को अंतिम क्रिया के लिए 20 हजार रुपये का आर्थिक मदद देने के साथ ही किसान व कुटीर उद्योग की स्थापना के लिए लिए गए कर्ज माफी को इन्होंने अपने घोषणा-पत्र में शामिल किया जाएगा। जाहिर है कि जनहित व कमजोर वर्ग से जुड़े इनके वादे हैं तो उसे पूरा करने का इरादा भी उसके अनुरूप उनता ही मजबूत होगा। फिलहाल वह चंदौली की राजनीति में किन्नर समाज का प्रतिनिधित्व चाहती है, ताकि वह सबकुछ किया जा सके जो अब तक के राजनेता करने में असफल रहे।