Young Writer,इलिया(Chandauli): शहाबगंज ब्लॉक मुख्यालय में इन दिनों मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्य भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गए हैं। इसका एक नमूना बसाढ़ी गांव में देखने को मिला, जहां सिंचाई विभाग की जमीन पर रातों-रात जेसीबी लगाकर तालाब खुदाई का कार्य किया गया उसके बाद आईडी संख्या 3171008/डब्लू सी/958486255823403280 जनरेट कर प्रतिदिन 25 मजदूरों की हाजिरी भरी जा रही है। जबकि ग्रामीणों ने बताया कि तालाब का खुदाई सिंचाई विभाग की जमीन में कराया जा रहा है। जबकि उक्त जमीन खरौझा ग्राम सभा में पड़ता है। बावजूद आईडी बसाढी गांव में जनरेट है।
एक सप्ताह पूर्व क्षेत्र पंचायत से ईसापुर ग्राम पंचायत में जंगल विभाग की जमीन पर बिना एनओसी लिए 4 लाख रुपए के लागत से सीसी रोड का निर्माण करा दिया गया था। मामला तुल पकड़ ही रहा था कि अब नया मामला बसाढी गांव का आ गया जहां सिंचाई विभाग का लगभग खरौझा मे 175 बीघा ताल के नाम से जमीन है जिस जमीन पर क्षेत्र पंचायत से आईडी जनरेट कर रातों-रात जेसीबी से खुदाई करवा दी। इतना ही नहीं दो दिन बाद एनएमएमएस पर विधिवत हाजिरी भी मजदूरों की भरी जा रही है जिस पर 25 मजदूर कार्य कर रहे हैं। खंड विकास अधिकारी दिनेश सिंह ने बताया कि बसाढी गांव में मनरेगा से तालाब खुदाई कार्य अगर जेसीबी से हुआ है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं सिंचाई विभाग के एसडीओ ने कहा कि शिकायत मिली है अगर सिंचाई विभाग की जमीन में मनरेगा से तालाब खुदाई की जा रही होगी तो जांच कर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा।