Young Writer, इलिया। शहाबगंज विकास क्षेत्र के भुड़कुड़ा गांव मे पूर्व व वर्तमान प्रधान के कार्यकाल में कराए गए मनरेगा कार्य का वर्षों का भुगतान न होने से मजदूरों का धैर्य गुरुवार को जवाब दे दिया। दर्जनों की संख्या में आए मजदूरों ने ब्लॉक मुख्यालय जाकर बीडीओ को पत्रक सौंपा। कई मजदूर ऐसे हैं, जिन्होंने महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में महीनों पहले काम किया था, लेकिन उसकी मजदूरी उन्हें आज तक नहीं मिली है। यह बानगी मात्र जिला प्रशासन को चेताने के लिए काफी होगी, जो आये दिन होने वाली समीक्षा बैठक में मजदूरों को 100 दिन का काम व भुगतान समेत परदेस न जाकर गांव में जाकर काम करने की नसीहत देते हैं।
मजदूरों ने आरोप लगाया कि रोजगारसेवक ने मजदूरी मांगने पर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया। बताया कि उनके गांव के बेरोजगार युवक मजदूरी करते थे, लेकिन किसी को किए गए काम का समय से भुगतान नहीं मिला। इस दौरान पवन कुमार, मुमताज, उमाकांत, शंकर राम, लाल चंद, चिंता इसरार, पूनम सहित दर्जनों की संख्या में मनरेगा मजदूर उपस्थित थे। खंड विकास अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि मनरेगा में काम करने वाले हर एक मजदूर को मजदूरी देने का प्रावधान है। अगर किसी मजदूर को किए गए काम का भुगतान नहीं हुआ है, तो इस मामले की जांच करवाई जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई होगी।