40 वर्ष पुराने विवाद का विजय शंकर सिंह बाबिल की पहल पर हुआ निस्तारण
Young Writer, इलिया। जहां चाह है वहीं राह है। यह कहावत तो हम सभी अक्सर अपने बड़े बुजुर्गों से सुनाते आ रहे हैं, लेकिन यदि राह में रोड़े आ जाए तो उसे दूर करना मुश्किल हो जाता है। यह कितना मुश्किल होता है इसे खिलची रजडीहा के विवादित प्रकरण से बखूबी समझा जा सकता है। जहां रास्ते को लेकर विवाद 40 वर्षों तक खींचा चला आया, जिसे दूर करने की अगुवाई पूर्व प्रधान विजय शंकर सिंह (बाबिल) ने किया और गांव के प्रबुद्धजनों के सानिध्य एवं सहयोग से उक्त विवाद का पटाक्षेप कराया और अब उक्त रास्ते के साथ-साथ सीवर के निर्माण की मार्ग को भी प्रशस्त किया। उनकी नेतृत्व क्षमता एवं कुशलता से गांव के लोग पहले से ही काफी प्रभावित हैं और इस प्रयास की सफलता से ग्रामीण खासे गदगद हैं।
विदित हो कि खिलची रजडीहा में एक रास्ते का विवाद पिछले 40 वर्षों से चला रहा है। चूंकि मामला विवादित था इसलिए उक्त रास्ते पर न तो किसी प्रकार का निर्माण संभव था और ना ही उसकी यथास्थिति में किसी तरह का परिवर्तन ही किया जा सकता था, जिससे 50 घरों में निवासरत परिवार के लोगों कई तरह की परेशानियों का दंश झेलने चले आ रहे थे। यह विवाद सीधे तौर पर गांव के विकास पर एक बट्टे की तरह था, जिसे दूर करने के लिए विजय शंकर सिंह (बाबिल) लम्बे अरसे से लगे हुए थे। जब भी अवसर मिलता वह विवाद के पक्षकारों के बीच सुलह की पेशकश की, लेकिन हर बार किसी न किसी वजह से सुलह की पेशकश ठुकरा दी जाती। ऐसे में उन्होंने प्रबुद्धजनों से इस विवाद को निस्तारित करने का आग्रह किया। बड़े-बुजुर्गों के सहयोग से एक बार फिर विवाद पर बातचीत हुई और संभ्रांत ग्रामीणों ने दोनों पक्षकारों को बैठाकर विवाद का निपटाया किया। जैसे ही रास्ते के विवाद पर विराम लगा।
विजय शंकर सिंह (बाबिल) ने बदहाल पड़े रास्ते के निर्माण के साथ ही संबंधित इलाके के घरों के गंदे पानी की निकासी के लिए सीवर निर्माण की पहल को आगे बढ़ाया। जिला पंचायत तक पहुंची उनकी पहल पर सहमति मिली और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह के प्रभावी पैरवी से रास्ते व सीवर निर्माण के प्रस्ताव को जिला पंचायत स्वीकार करते हुए मनरेगा से 10 लाख का वजट स्वीकृत कर दिया, जिससे सीसी रोड व सीवर का निर्माण कार्य कराया जाएगा। देखा जाए तो पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह ग्राम पंचायतों के विकास को लेकर हमेशा ही तत्पर नजर आते हैं। वह ग्रामीणों की मांग व प्रस्ताव को प्राथमिकता देने का काम करते हैं।
सम्मानित ग्रामीणों को दिया क्रेडिट
इलिया। 40 वर्षों से चले आ रहे रास्ते के विवाद का निपटारा होने से गांव के कई परिवार काफी खुशी है। उनका खुश होना भी लाजिमी है क्योंकि उन्हें अच्छा रास्ता व जल निकासी के लिए सीवर की सुविधा जो मिलने जा रही है। इस बाबत विजय शंकर सिंह बाबिल ने इसका पूरा क्रेडिट गांव के राम ध्यान सिंह, राम वचन सिंह, शिवाजी सिंह, बेचई सिंह, गामा सिंह, गोपाल सिंह, राम अवध सिंह, कामेश्वर सिंह, वकील सिंह, राम भरत सिंह, धीरेंद्र सिंह, राजेश्वर सिंह, राकेश्वर सिंह, पप्पू सिंह, रामा सिंह, अवधेश सिंह, दिलीप, व वर्तमान प्रधान राम विलास को दिया। कहा कि इन सभी के संयुक्त प्रयास से गांव के विकास कार्य एक बार फिर गति मिली है।